भागलपुर मे ईरिक्शा चालकों ने शहर में हड़ताल कर दिया। जिससे आम राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। शहर के विभिन्न चौक चौराहे पर लोगों की काफी भीड़ देखी गई। सड़कों पर पैदल यात्रा करते नजर आए। बता दे कि पिछले कई दिनों से जिला प्रशासन की नई यातायात व्यवस्था में हुए बदलाव को लेकर ई-रिक्शा चालक विरोध कर रहे हैं। जिसको लेकर ई-रिक्शा चालक संघ के द्वारा सोमवार को हड़ताल कर दिया गया।
शहर के सड़कों पर इस भीषण गर्मी में लोगों को यात्रा करना पड़ा। इधर, विरोध की सूचना पर सदर एसडीएम, धनंजय कुमार, सिटी डीएसपी अजय चौधरी, जीरोमाइल तिलकामांझी और मनाली चौक पहुंचे जहां पर विरोध कर रहे ई रिक्शा चालक संघ के कुछ लोगों को हिरासत में लेकर थाना लेकर गाएं। बता दे की ई रिक्शा में कोडिंग को लेकर विरोध किया जा रहा है पैदल जा रहे यात्रियों ने बताया कि ई रिक्शा नहीं चलने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
एक किलोमीटर तक इस भीषण गर्मी में पैदल यात्रा करना पड़ा। दो-दो बच्चे साथ में है परेशानी तो हो रही है जिला प्रशासन से हम लोग भी मांग करते हैं कि रिक्शा चालक भी एक मजदूर है उनको भी रुपए की आवश्यकता है।
इस पर जल्द जिला प्रशासन संज्ञान लेते हुए ई रिक्शा चालकों की मांग पूरी करें सिर्फ हम ही नहीं शहर के हजारों यात्रियों को परेशानियों का इस भीषण गर्मी में सामना करना पड़ा। हालांकि ई रिक्शा हड़ताल किसी सूचना पर सदर अनुमंडल अधिकारी धनंजय कुमार मौके पर पहुंचे और उन्होंने कहा कि यातायात व्यवस्था को सुचारू कर दिया गया है सूचना मिली थी कुछ असामाजिक तत्व माहौल को बिगड़ने की कोशिश कर रहे हैं और कुछ असामाजिक तत्व को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और और सामाजिक तत्वों पर कार्रवाई भी की जाएगी।
शहर के दक्षिणी क्षेत्र में भी लोग टोटो के नहीं चलने की वजह से काफी परेशान रहे। तपती धूप में दोपहर बाद करीब तीन बजे भी यहां काफी संख्या में लोग गुड़हट्टा चौक पर टोटो के इंतजार में खड़े दिखे। टोटो नहीं मिला तो कई राहगीर गंतव्य की ओर जाने के लिए ट्रैक्टर ट्रॉली पर सवार हो गए। वहीं, इस दौरान रिक्शा चालकों की भी मनमानी देखने को मिली। इस दौरान रिक्शा चालकों ने भी मनमानी की।
नहीं चले टोटो, तपती दुपहरी में हजारों यात्री पैदल ही चलते रहे
कोडिंग सिस्टम के विरोध में टोटो चालकों की हड़ताल से सोमवार को पूरा शहर परेशान रहा। बाहर से आने वाले लोग तपती दुपहरी शहर में पैदल हो गए। कोई माथे पर सामान लिए तो कोई गोद में बच्चा लिए एक से दूसरी जगह जाते दिखे। कुछ टोटो चालकों ने हड़ताल के बाद भी अपनी गाड़ी निकाली और चलाने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें रोक दिया गया।