भागलपुर। संतान नहीं होने पर तांत्रिक के जाल में फंस अपने 10 साल के भतीजे की बलि देने वाले चाचा और तांत्रिक को कोर्ट ने दोषी करार दिया है।घटना पीरपैंती थाना क्षेत्र में 2019 में घटित हुई थी।
शुक्रवार को एससी-एसटी की विशेष अदालत ने कांड में दोषी पाए गए अभियुक्त नाबालिग मृतक कन्हैया कुमार के चचेरे चाचा शिवनंदन रविदास और तांत्रिक विलाश मंडल को दोषी करार दिया। उन्हें सजा के बिंदु पर 27 मई को बहस होगी।
मृतक बच्चे की मां मीना देवी के बयान पर केस दर्ज किया गया था। उक्त कांड में सरकार की तरफ से विशेष पीपी नरेश कुमार ने बहस में भाग लिया।
मृतक बच्चे की मां ने पुलिस को बताया था कि दिवाली की पूरी रात बेटे का पता नहीं चलने पर 28 अक्टूबर की सुबह जब वह बसबिट्टी गई तो वहां पर देखा कि उनके बेटे का शव खून से लथपथ पड़ा था।
उन्होंने पुलिस को बताया था कि शिवनंदन की संतान नहीं थी। तांत्रिक ने ही उसे कहा था कि संतान उत्पत्ति के लिए उसे बलि देनी होगी।