भागलपुर। पति की प्रताड़ना से तंग पत्नी का पुलिस से गुहार लगाने का मामला तो अक्सर सामने आता है पर सोमवार को अलग ही मामला इशाकचक थाने में सामने आया।
पीड़ित पति अपनी पत्नी के अत्याचार के विरुद्ध शिकायत लेकर थाने पहुंचा। उसने पुलिस को बताया कि पिछले छह महीने से पत्नी प्रताड़ित करती है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पत्नी द्वारा प्रताड़ित किए जाने की स्थिति में पति को कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने चाहिए। यह सुनिश्चित करने के लिए कि स्थिति का समाधान कानूनी और सुरक्षित तरीके से हो, निम्नलिखित सुझावों पर ध्यान देना आवश्यक है:
- सबूत इकट्ठा करें: प्रताड़ना के सबूत, जैसे कि मैसेज, ईमेल, ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग आदि इकट्ठा करें। यह भविष्य में कानूनी कार्यवाही के दौरान सहायक होंगे।
-
काउंसलिंग और मध्यस्थता: अगर संभव हो तो पेशेवर काउंसलिंग या पारिवारिक मध्यस्थता का सहारा लें। इससे समस्याओं का समाधान शांति और समझ से किया जा सकता है।
-
कानूनी सहायता लें: एक अच्छे वकील से संपर्क करें जो पारिवारिक मामलों में विशेषज्ञ हो। वकील आपको कानूनी अधिकारों और उपायों के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे।
-
एफआईआर दर्ज करें: अगर प्रताड़ना गंभीर है और शारीरिक हिंसा या मानसिक उत्पीड़न की हद तक पहुँचती है, तो पुलिस में शिकायत दर्ज कराना जरूरी है। भारतीय कानून के तहत पति भी घरेलू हिंसा या अन्य प्रताड़ना के खिलाफ शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
-
मानसिक और भावनात्मक सहायता: परिवार के सदस्यों और दोस्तों से समर्थन प्राप्त करें। प्रताड़ना की स्थिति में मानसिक और भावनात्मक सहारा बहुत महत्वपूर्ण होता है।
-
संरक्षण का प्रबंध: अगर स्थिति बहुत गंभीर है और आपको या आपके परिवार को खतरा है, तो पुलिस सुरक्षा या अन्य संरक्षण उपायों का प्रबंध करें।
-
विवाह पर पुनर्विचार: अगर समस्या का समाधान संभव नहीं है, तो विवाह को समाप्त करने के बारे में विचार करें। तलाक के लिए कानूनी प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।
पति को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वह अपनी सुरक्षा और कानूनी अधिकारों का पूरी तरह से ध्यान रखे। भारतीय समाज में पत्नी प्रताड़ना के मामले कम सुनाई देते हैं, लेकिन कानूनी रूप से पति को भी समान अधिकार प्राप्त हैं और उन्हें इन अधिकारों का पूरा उपयोग करना चाहिए।