भागलपुर : भगवान राम की मौसी के घर अंग में पांच लाख से अधिक दीपक जलेंगे। अयोध्या उत्सव को लेकर अंग क्षेत्र भागलपुर में भी भव्य तैयारी चल रही है। मौसी वर्षिणी के घर पूजा-पाठ व सजावट की तैयारी की रुपरेखा तैयार हो चुकी है। इसके लिए सजावट व फूलों का ऑर्डर दिया जा चुका है। कोलकाता के फूलों से राम दरबार को सजाया जायेगा। अंग प्रदेश के राजा रोमपाद द्वारा स्थापित नारायण मंदिर जिसे आज जगन्नाथ मंदिर के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर में रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा के दिन 11,111 दीपक जलाये जायेंगे। कुछ धर्म ग्रंथों व पंडितों के अनुसार पुराने अंग जनपद की महरानी भगवान राम की मौसी थी। इसलिए अयोध्या में उत्सव को लेकर उनकी मौसी के घर यानि अंग क्षेत्र में भी जोर-शोर से तैयारियां चल रही है।
जगन्नाथ मंदिर के उपाध्यक्ष विनय लाल व नंदकिशोर ने बताया कि चंपानगर गोकुल घाट स्थित इस ठाकुरबाड़ी में 22 जनवरी को 51 किलो दूध के खीर, 51 किलो लड्डू व 101 नारियल का भोग लगाया जायेगा। वहीं शहर के कई मंदिरों को आकर्षक रूप से सजाया जा रहा है। बूढ़ानाथ मंदिर के प्रबंधक बाल्मिकी सिंह ने बताया कि यहां 21 सौ दीपक जलाये जायेंगे।
अंग के राजा से थी मित्रता, बाद में बने संबंधी
अवध नरेश दशरथ से अंग जनपद के राजा रोमपाद की बहुत अच्छी मित्रता थी। रोमपाद अपनी साली कौशल्या का विवाह राजा दशरथ से कराने में बड़ी भूमिका निभाई थी। मनसा माहात्म्य के लेखक आलोक कुमार व मंजूषा कलाकार हेमंत कश्यप का दावा है कि रामायण काल में ‘अंग जनपद’ के राजा रोमपाद थे। कौशल जनपद के नरेश सुकौशल और महारानी अमृतप्रभा की ज्येष्ठ सुपुत्री वर्षिणी से इनका विवाह हुआ था। वर्षिणी भगवान श्रीराम की मौसी थी।