भागलपुर : दवा व्यवसायी रौनक केडिया की हत्या के विरोध में शुक्रवार को भागलपुर का मुख्य बाजार बंद रहा। इस दौरान 50 करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित होने का अनुमान लगाया गया। बाजार बंद होने से दूर-दराज से आये खुदरा व्यापारियों के साथ आम ग्राहकों को परेशानी हुई। बाजार बंद के दौरान पुलिस व दुकानदारों से तू-तू- मैं-मैं भी हुई।
दरअसल, ईस्टर्न बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स के आह्वान पर टेक्सटाइल मर्चेंट चैंबर ऑफ कॉमर्स, होजयरी एसोसिएशन, ईस्टर्न बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, भागलपुर मशीनरी डीलर्स एसोसिएशन, भारतीय विश्वकर्मा संघ, खाद्यान्न व्यवसायी संघ, भागलपुर कंम्यूटर एसोसिएशन, भागलपुर जिला अग्रवाल सम्मेलन, श्री मारवाड़ी ब्राह्मण मंडल, केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन समेत कई संगठनों ने बाजार बंद का समर्थन किया था। सुबह दस बजे के आसपास वेरायटी चौक के पास चैंबर व अन्य संगठनों के अजीत जैन, सीए पुनीत चौधरी, शरद सलारपुरिया, प्रदीप जैन, मनीष बुचासिया, गिरधर मावंडिया, अनिल खेतान, राम गोपाल पोद्दार, गोशाला के गिरधारी केजरीवाल, सुनील जैन, रोहित बाजोरिया, दीपक शर्मा आदि पहुंचकर पहले सूजागंज बाजार को बंद कराया। यहां एक दुकान खुली थी। व्यापारियों को आते देख दुकानदार ने शटर बंद कर दिया। स्टेशन चौक पर कई दुकानें खुली थीं। उसको भी बंद कराया गया। हालांकि कांवरिया को देखते हुए भोजनालय की दुकानें खुली रखने को कहा गया। दवापट्टी में भी कुछ दुकानें खुली थीं। जिसको बंद कराया गया। यहां पर एक समय व्यापारी आक्रोशित हो गये।
शाह मार्केट के दुकानदारों ने भी किया समर्थन
व्यापारियों का एक दल खरमनचक पहुंचकर वहां की दुकानें बंद करायीं। यहां अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता भी बंद को समर्थन करने पहुंच गये थे। फिर शाह मार्केट गये। यहां के दुकानदारों ने भी व्यापारियों का समर्थन किया और कहा कि व्यापारी किसी एक जात का नहीं होता है। व्यापारी को एकता में रहना चाहिए। चैंबर के अनिल खेतान ने कहा कि मासूम बच्चा को छह गोली मारी गयी। लड़का काफी होनहार था। पुलिस को घटना का जल्द उद्भभेदन करना चाहिए। हत्यारे को फांसी की सजा मिले। वहीं रोहित बाजोरिया ने कहा कि प्रशासन को जल्द ही बदमाशों को सलाखों के पीछे करना चाहिए। वहीं पार्षद अश्वनी मोंटी जोशी ने कहा कि अगर हत्यारा जल्द पकड़ा नहीं गया तो धरना-प्रदर्शन किया जायेगा।