भागलपुर जिले में पूर्वी बिहार का सबसे बड़ा अस्पताल जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय सह चिकित्सा अस्पताल अवस्थित है। भागलपुर,बांका, पूर्णिया,खगड़िया,मुंगेर, कटिहार व अन्य जिलों से मरीज को बेहतर इलाज हेतु चिकित्सक यहां रेफर करते हैं।इसी बाबत आज खगड़िया जिला निवासी सीआरपीएफ के हेड कांस्टेबल चन्द्रभूत शर्मा के परिजन उसे इलाज हेतु यहां लाए थे।
परंतु उचित इलाज के अभाव में इसकी मृत्यु हो गई। मरणोपरांत हेड कांस्टेबल के परिजनों ने काफी बबाल मचाया। वहीं मृतक के बड़े सुपुत्र गौतम शर्मा ने बताया कि मेरे पिता जी जी सी अगरतल्ला में सीआरपीएफ में हेड कांस्टेबल हैं उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ी हुई थी।
सर्वप्रथम मैंने अपने पिता जी को खगड़िया जिला अंतर्गत गोगरी जमालपुर ले गया फिर वहां से खगड़िया रेफर कर दिया गया। वहां चिकित्सक ने कहा कि इसे भागलपुर मायागंज अस्पताल ले जाइए। विगत रात्रि से मैंने अपने पिताजी को इमरजेंसी वार्ड के बाहर स्ट्रैचर पर रखा न वेड मिला न कमरा और न इलाज किया गया।वे कहते हैं कि केवल एक नर्स आई एक इंजेक्शन लगाया फिर वह लापता हो गई।
कहने को यह बड़ा अस्पताल है व्यवस्था के नाम पर जीरो। इलाज हेतु अगर यहां से रेफर कर दिया जाता तो मैं अपने पिता का कहीं और इलाज करवाता पर उचित इलाज के अभाव और चिकित्सकों की लापरवाही से मेरे पिता अब इस दुनिया में नहीं रहे। अब आप खुद इस मामले से समझ सकते हैं कि स्वास्थ्य विभाग की यह पोल खोलती घटना साबित हो रही है।