भागलपुर में “एक अनोखी शादी” शिक्षिका को प्रिंसिपल से हुआ प्यार, मंदिर में हुई शादी और थाने से हुई विदाई
भागलपुर : सच ही कहा गया है प्यार अंधा होता है कभी भी किसी से प्यार हो सकता है, एक शिक्षिका को अपने विद्यालय के प्रिंसिपल से ही आंखें चार हो गई और मामला शादी तक पहुंच गया, दोनों ने मंदिर से ही अनोखी शादी की और थाने से उसकी विदाई हुई, इस अनोखी शादी की चर्चा पूरे शहर में है एक निजी स्कूल के प्रिंसिपल को उसी स्कूल में पढ़ाने वाली शिक्षिका से प्रेम हो गया। दोनों शादी कर जिंदगी भर के लिए साथ रहने को राजी हो गए लेकिन मामला तब फस गया जब लड़की के परिवार इस शादी से इनकार कर दिए लेकिन दोनों को एक होना था इसलिए दोनों ने किसी का परवाह बिना किए मंदिर में जाकर अपने मर्जी से राजी खुशी से शादी कर ली और जिंदगी भर के लिए दोनों एक दूसरे के हो गए, परिवार वाले विरोध जताते रहे मगर दोनों के प्रेम के सामने उनकी एक न चली, इस अनोखी शादी की घटना इशाकचक थाने की है।
प्रिंसिपल दुल्हा सरोज वर्मा ईश्वरनगर में एक स्कूल चलाता है। जबकि दुल्हन शुभांगी प्रियदर्शनी मूल रूप से गोड्डा की रहने वाली उसी स्कूल में शिक्षिका है। दोनों के बीच पांच वर्ष से प्रेमसंबंध चल रहा था अंतत दोनों एक दूसरे के हो ही गए।इशाकचक थाने में दोनों पक्ष के परिजन भी पहुंचे थे। लड़की वाले इस शादी का विरोध कर रहे थे लेकिन दुल्हा-दुल्हन की सहमति होने के बाद इशाकचक थानेदार ने दोनों को शादी करने से रोकने का प्रयास विफल करते हुए शादी की कागजी कार्रवाई पूरी की।
जिसके बाद दोनों दुल्हा-दुल्हन खुशी-खुशी अपने घर गए वहीँ इशाकचक थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि दोनो प्रेमीजोड़े बालिक है और दोनों ने शादी करने की राजी जताई मगर लड़की के परिवार वालों की तरफ से कुछ विरोध किया जा रहा था लेकिन मामले में उचित कार्रवाई करते हुए दोनों की शादी कराई गई और दोनों जोड़ी की मंदिर में शादी कराकर थाने से विदाई कर दी गई।
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