सोमवार को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर शहर में कई कार्यक्रम होंगे। इस दौरान शहर में कड़ी सुरक्षा रहेगी। शनिवार को पुलिस मुख्यालय के अधिकारी ने भागलपुर सहित सभी रेंज के आईजी और डीआईजी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस कर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जरूरी निर्देश दिया है।
भागलपुर संवेदनशील जिला है। ऐसे में यहां विशेष नजर रखी जा रही है। डीआईजी ने भागलपुर, बांका और नवगछिया के पुलिस कप्तानों से सुरक्षा को लेकर जानकारी ली है। डीआईजी और एसएसपी सुरक्षा की लगातार मॉनिटरिंग करेंगे। डीआईजी विवेकानंद ने कहा है कि उनकी रिजर्व कंपनी को भी जिलों में लगाया गया है। इलाके के असामाजिक तत्वों की निगरानी करने का भी निर्देश डीआईजी ने दिया है। एसएसपी आनंद कुमार ने इस खास मौके पर धार्मिक स्थलों में शांतिपूर्वक पूजा पाठ करने की लोगों से अपील की है।
समारोह को लेकर जिले में 311 मजिस्ट्रेट तैनात
अयोध्या में भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर जिले को अलर्ट पर रखा गया है। जिले में विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए 311 जगहों पर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। मजिस्ट्रेट के साथ एक पुलिस अधिकारी और एक-चार का सुरक्षा बल भी रहेगा। इसको लेकर डीएम और एसएसपी ने रविवार को संयुक्त आदेश जारी किया। डीएम ने जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की है। जो 26 जनवरी तक कार्यरत रहेगा।
रेलवे स्टेशन पर बम निरोधी व श्वान दस्ता रहेंगे तैनात
प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सम्मिलित होने श्रद्धालुओं की संभावित भीड के दृष्टिकोण से रेलवे स्टेशनों एवं बस अड्डों पर भीड़ प्रबन्धन सहित सभी सुरक्षात्मक कार्रवाई अपेक्षित है। अत्यधिक भीड़ वाले रेलवे स्टेशनों पर बम निरोधी दस्ता व श्वान दस्ता से चेकिंग की व्यवस्था की जाए। असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर निगरानी आवश्यक है। भीड़ का लाभ उठाकर कतिपय लोगों के द्वारा विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न किये जाने की सम्भावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है।
शोभायात्रा के दौरान विशेष सतर्कता बरतेगा प्रशासन
स्पेशल ब्रांच के डीआईजी ने सभी जिलों को विशेष सुरक्षा की तैयारी के निर्देश दिया है। डीआईजी के पत्र के हवाले से डीएम ने कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा प्रस्तावित है। इस अवसर पर राज्य में घर-घर दीप जलाने एवं स्थानीय स्तर पर मंदिरों में पूजा-पाठ, कीर्तन एवं अन्य धार्मिक अनुष्ठान सहित कहीं-कहीं शोभा यात्रा का भी आयोजन किये जाने की बात बताई गई है। संवेदनशील/मिश्रित आबादी वाले स्थानों पर निगरानी रखी जाए।