दीपनगर स्थित कांग्रेस भवन में रविवार को जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक हुई। बैठक में भागलपुर लोकसभा क्षेत्र से महागठबंधन से कांग्रेस के प्रत्याशी अजीत शर्मा के हार की समीक्षा की गई। इसमें जिला से लेकर प्रखंड स्तर की कमेटी के पदाधिकारी शामिल हुए।
पार्टी ने हार का पूरा ठीकरा प्रत्याशी अजीत शर्मा पर फोड़ दिया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि उन्होंने संगठन की एक नहीं सुनी। पार्टी कार्यकर्ता का सम्मान भी नहीं किया और चुनाव के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर दिया गया। सभी प्रखंड अध्यक्षों ने यही बात दोहराई।
बूथ मैनेजमेंट में भी पिछड़ गए- कांग्रेस
पार्टी के जिलाध्यक्ष को साथ नहीं रखा, लेकिन अपने स्तर से जनसंपर्क अभियान जारी रखा। कोई आदमी पार्टी का गमछा लगा ले तो वो पार्टी के कार्यकर्ता नहीं हो सकते। परवेज जमाल ने कहा कि समीक्षा में यह बातें सामने आई कि प्रत्याशी अजीत शर्मा के अहंकार की वजह से भी हार हुई है। बूथ मैनेजमेंट में भी वे पिछड़ गए।
बूथों पर कांग्रेस व महागठबंधन के कार्यकर्ता नहीं बल्कि अन्य दलों को जिम्मेदारी दी गई। जो गलती हुई है। उसे भूल कर प्रत्याशी से कहा जाएगा कि विनम्रता जरूर लाएं। बैठक में कांग्रेसियों ने हार के कारणों पर बड़े विस्तार से बिंदुवार अपनी-अपनी बातें रखीं। बैठक की अध्यक्षता जिला कांग्रेस जिला अध्यक्ष परवेज़ जमाल ने की।
संचालन महेश राय ने किया। सभी कांग्रेसियों ने प्रत्याशी के अंहकारी रवैया की बातें, गठबंधन दल के किसी भी अध्यक्ष, सचिव एवं कार्यकर्त्ता को तरजीह नहीं देना या अवहेलना करना एवं उसका पूरे चुनाव में उपयोग नहीं करना, गठबंधन दल के संगठन को छोड़ कर चलना आदि बातें बैठक में सामने आई। इस दौरान कहा कि अति पिछड़ा वर्ग से प्रत्याशी देने की जरूरत थी।