कोलकाता, बनारस व पटना की तर्ज पर अब भागलपुर में भी अलग-अलग जगहों से ट्रेनें चलाई जाएंगी। स्टेशन पर भीड़ कम करने और यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए विक्रमशिला, लोकमान्य तिलक (एलटीटी), अमरनाथ, भागलपुर-सूरत व अजमेर एक्सप्रेस को नए टर्मिनल से चलाने का निर्णय लिया गया है।
वहीं, दूसरी जगहों से चलने वाली और भागलपुर से गुजरने वाली ट्रेनों को पहले की तरह ही जंक्शन से चलाने की योजना है। लोकल स्तर पर चलने वाली डेमू, मेमू और इंटरसिटी स्तर की ट्रेनें भी भागलपुर जंक्शन से ही चलेंगी।
फिलहाल, अभी जो प्लेटफॉर्म है उनमें एक, चार व पांच ही लंबी ट्रेनों के संचालन के लिए उपयोगी है। प्लेटफॉर्म संख्या तीन व छह छोटी ट्रेनों के लिए है। रेलवे के अधिकारियों के अनुसार, सभी ट्रेनों को एलएचबी कोच में अपग्रेड किया जा रहा है। आइसीएफ कोच के साथ चलने वाली भागलपुर-आनंद विहार गरीबरथ को एलएचबी में अपग्रेड कर भी दिया गया है।
जरूरत को देखते हुए मुख्य स्टेशन के अलावा शहर में ट्रेनों के लिए एक नए टर्मिनल को विकसित किया जाएगा। इसका प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा जा चुका है। नए टर्मिनल पर चार प्लेटफार्म बनाए जाएंगे। चारों प्लेटफार्म 24 एलएचबी कोच की क्षमता वाले बनेंगे।
बड़े शहरों में यात्रियों की सुविधा के लिए दो या उससे ज्यादा स्टेशनों का विकल्प है। सीढ़ियों को चौड़ा कराने के लिए भी निरीक्षण कराया गया है। दो-तीन विकल्प हैं, जो बेहतर होगा उसे कराया जाएगा। नए टर्मिनल से आरिजेनेटिंग ट्रेनों को चलाया जाएगा। – विकास चौबे, डीआरएम मालदा