भागलपुर : सदर अस्पताल में बन रहे 105 बेड वाले मॉडर्न हॉस्पिटल को डीएम द्वारा निर्धारित डेडलाइन में हैंडओवर नहीं किया जा सकेगा। अब इस हॉस्पिटल में मरीजों को एक ही छत के नीचे जांच-इलाज कराने के लिए थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा। गौरतलब हो कि 22 करोड़ 87 लाख की लागत से सदर अस्पताल परिसर में बन रहे 105 बेड वाले मॉडर्न हॉस्पिटल का निरीक्षण 14 अक्टूबर 2023 को डीएम सुब्रत कुमार सेन ने किया था।
निरीक्षण के दौरान डीएम ने कार्यदायी एजेंसी को निर्देश दिया था कि हॉस्पिटल को फरवरी माह में तैयार कर लेना है और सिविल सर्जन को हैंडओवर कर देना है। शुक्रवार को सदर अस्पताल के प्रभारी डॉ. राजू कुमार व हेल्थ मैनेजर आशुतोष कुमार ने निरीक्षण किया तो एजेंसी ने दोनों पदाधिकारियों को बताया कि अभी हॉस्पिटल निर्माण का महज 70 प्रतिशत ही काम हो सका है। अंदरूनी काम जैसे कि सिलिंग, बिजली वायरिंग, टाइल्स लगाने से लेकर बेड, वार्ड आदि बनाने में कम से कम दो माह का और वक्त लगेगा। ये कार्य मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा तो इसी माह में हॉस्पिटल को हैंडओवर कर दिया जाएगा। अस्पताल प्रभारी ने एजेंसी को निर्देश देते हुए कहा कि इस बार किसी भी सूरत में डेडलाइन पार नहीं होना चाहिए।
मॉडर्न हॉस्पिटल में मरीजों को जाने व आने के लिए अलग-अलग रास्ते बनाए जाएंगे। मरीज जहां इस हॉस्पिटल में आएंगे तो मेन रोड से लेकिन अस्पताल से बाहर जाएंगे सदर अस्पताल परिसर से होकर। अस्पताल परिसर से मॉडर्न हॉस्पिटल तक रास्ता बनाया जाना है। वहीं वाहन पार्किंग मॉडर्न हॉस्पिटल के आगे-पीछे दोनों जगह पर कराने की व्यवस्था होगी। इसके अलावा सदर अस्पताल में संचालित 12 बेड के एसएनसीयू व 30 बेड वाले एमसीएच वार्ड को भी मॉडर्न हॉस्पिटल से जोड़ा जाएगा। इसके लिए दोनों जगहों से मॉडर्न हॉस्पिटल तक जाने के लिए रास्ता बनाया जाएगा। सदर अस्पताल के प्रभारी डॉ. राजू ने बताया कि नए सदर अस्पताल को शुरू करने के लिए कम से कम 100 पैरा मेडिकल स्टॉफ व नर्सों आदि की जरूरत होगी।