बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने शहरी क्षेत्र से सटे इलाकों में अलर्ट जारी किया है। नाथनगर से सबौर-घोघा तक सघन पेट्रोलिंग के निर्देश दिए है। एसडीओ धनंजय कुमार ने बताया कि सभी गंगा स्नान के घाटों पर गोताखोर और एसडीआरएफ की तैनाती की गई है। सभी गंगा स्नान के घाटों पर बैरिकेडिंग की गई है। हालांकि गहरे पानी में स्नान करने से लोगों को मना किया गया है। यहां थाना स्तर पर विशेष निगरानी की गई है। जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी मीनाक्षी कुमारी ने बताया कि जलस्तर में बढ़ोतरी पर प्रशासन की नजर है। बाढ़ प्रभावितों को अंचल प्रशासन उचित मदद मुहैया कराएगा।
नाथनगर से सबौर तक दियारा हिस्सा जलमग्न उधर, सुल्तानगंज, कहलगांव, राघोपुर और इस्माईलपुर बिंदटोली में गंगा का जलस्तर सोमवार को भी लाल निशान के पार रहा। पिछले 24 घंटे के अंदर सुल्तानगंज में 8 सेमी, राघोपुर में पांच सेमी, इस्माईलपुर बिंदटोली में 18 सेमी और कहलगांव में 16 सेमी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वहीं नाथनगर में शंकरपुर, सबौर में रजंदीपुर, घोषपुर, खानकिता और घोघा में एनएच 80 मुख्य मार्ग तक बाढ़ का पानी पहुंच गया।
रजंदिपुर में पानी घुसने के बाद प्रखंड कार्यालय में ले रहे शरण सबौर संवाददाता। गंगा की जलस्तर में लगातार हो रहे वृद्धि के बाद प्रखंड क्षेत्र के रजंदिपुर पंचायत के बगडेर बगीचा एवं संत नगर में गंगा के पानी घुस जाने के बाद लोग ऊंचे स्थानों पर शरण ले रहे हैं। सोमवार को प्रखंड कार्यालय परिसर में लोग खंभा टेंट लगाकर रहने की तैयारी कर रहे थे। इधर संत नगर बगडेर बगीचा के समीप से गंगा का पानी खानकितता बहियार में प्रवेश कर रहा है।
घोघा के साधोपुर-कुशहा रोड पर बाढ़ के पानी का बहाव ड्टघोघा। बाढ़ का कहर पिछले सात दिनों से लगातार जारी है। दियरा क्षेत्र में रह रहे किसान और पशुपालक दियारा से पलायन करने लगे हैं। घोघा में एनएच 80 मुख्य मार्ग तक बाढ़ का पानी पहुंच गया। पक्कीसराय, आमापुर, जानीडीह, घोघा बाजार सहित कई नए क्षेत्रों में बाढ़ का पानी फैल गया। एक दर्जन से ज्यादा घरों मे बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया। बाढ़ के बढ़ते प्रभाव के साथ लोग परेशान होने लगे। साधोपुर-कुशहा मार्ग पर पानी का बहाव होने लगा। दोनों गांव की लगभग तीन हजार से ज्यादा आबादी बाढ़ से प्रभावित हो गई है।