रौनक हत्याकांड के उद्भेदन और अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर गठित एसआईटी की अभी तक की कार्रवाई और जांच की डीआईजी विवेकानंद ने शनिवार को कोतवाली में एसएसपी आनंद कुमार और एसआईटी में शामिल सभी पदाधिकारियों के साथ समीक्षा की। डीआईजी ने घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ ही पीड़ित परिवार की सुरक्षा भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उधर रौनक के पीड़ित परिवार को पुलिस की सुरक्षा प्रदान कर दी गई है। बलराम केडिया के घर पर महिला और पुरुष जवानों की प्रतिनियुक्ति की गई है।
गौरतलब है कि बुधवार की रात एमपी द्विवेदी रोड से सटे प्राचीन शनि मंदिर गली में आत्माराम के पोते रौनक केडिया को अपराधियों ने गोलियों से भून डाला था। उसकी हत्या तब की गई थी जब वह अपनी दवा दुकान को बढ़ाने के बाद घर जा रहा था। रौनक हत्याकांड में हुई समीक्षा के दौरान डीआईजी विवेकानंद ने एसआईटी के पदाधिकारियों को तकनीक का इस्तेमाल कर अपराधियों की पहचान करने और उनतक पहुंचने का निर्देश दिया। पुलिस की जांच, सीसीटीवी फुटेज के अवलोकन, सीडीआर और टावर डंप करने के बाद मिले संदिग्ध नंबर की जांच के बिंदु पर उन्होंने जानकारी ली। इस दौरान एसआईटी के पदाधिकारियों ने घटना के समय बिजली नहीं रहने इस वजह से सीसीटीवी में क्लियर फुटेज नहीं होने से भी परेशानी और अपराधियों की पहचान में देरी की बात कही।
रौनक हत्याकांड में पुलिस ने घटनास्थल और स्टेशन चौक से एमपी द्विवेदी रोड और कुंजलाल लेन में लगे 50 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज को खंगाला है। अंधेरा होने की वजह से संदिग्धों का चेहरा साफ नहीं दिख रहा है। पुलिस ने चेहरे को साफ कराने के लिए कंप्यूटर एक्सपर्ट का भी सहारा लिया है लेकिन खास सफलता नहीं मिल सकी है। उसी आधार पर पुलिस ने स्केच भी तैयार कराया फिर भी संदिग्ध की पहचान मुश्किल हो रही है। सीसीटीवी फुटेज में दिखा संदिग्ध हेलमेट पहना हुआ है इसलिए उसका चेहरा पहचानना मुश्किल हो रहा है।
घर में लगवाएंगे सीसीटीवी, गली में रोशनी की उचित व्यवस्था रहेगी शनिवार को रौनक के श्राद्ध कर्म के दौरान काफी संख्या में करीबी, रिश्तेदार और व्यवसायियों ने बलराम केडिया और उनके परिजन से मिले और उन्हें सांत्वना दी। उसी दौरान करीबियों ने बलराम केडिया को घर में सीसीटीवी लगवाने की भी सलाह दी।
दादी और मां की स्थिति को देख 12 की जगह तीन दिन में ही श्राद्ध कर्म पूरा कराया बुधवार की रात से लगातार रौनक की बुजुर्ग दादी और मां की हालत खराब है। घर के मर्द तो फिर भी एक बार अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखने की कोशिश कर रहे हैं ताकि माहौल और गमगीन न हो पर युवा रौनक की दादी और मां को समझा पाना मुश्किल है। घर के परिजनों ने बताया कि किसी का निधन होने पर 12 में श्राद्ध कर्म पूरा किया जाता है पर रौनक के मामले में परिवार वालों की हिम्मत टूट गई। 12 दिन तक उसे याद करते रहना, घर में रौनक के श्राद्ध कर्म से संबंधित रोजाना कर्मकांड अपनी नजरों से देखना आसान नहीं था। रौनक की दादी, मां और पिता की हालत को देखते हुए परिजनों ने श्राद्ध कर्म को तीन दिन में ही पूरा करना उचित समझा। शनिवार को श्राद्ध कर्म पूरा किया गया।
डायल 112 से विजिबिलिटी बढ़ी पर पुलिस की गश्ती को सघन करना जरूरी समीक्षा के दौरान डीआईजी विवेकानंद ने पुलिस की गश्ती को और सघन और सुदृढ़ करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि डायल 112 की टीम के शहर में सक्रिय रहने से पुलिस की विजिबिलिटी तो बढ़ी पर थानों की गश्ती को सघन करने की जरूरत है।
आईएमए ने की निंदा रौनक केडिया की हत्या किए जाने की घटना की आईएमए भागलपुर ने निंदा की है। आईएमए अध्यक्ष डॉ. सोमेन कुमार चटर्जी ने इस आशय की विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि संगठन आईएमए भागलपुर पीड़ित परिवार के साथ है।
रौनक हत्याकांड में पुलिस शहर के दो कुख्यात सहित अन्य की तलाश में छापेमारी कर रही है। एक बरारी इलाके का रहने वाला है जबकि दूसरा तातारपुर थाना क्षेत्र का है। पुलिस एक दर्जन संदिग्धों को हिरासत में लेकर घंटों पूछताछ कर चुकी है। जानकारी मिल रही है कि बिल्डर के रिश्तेदार से पूछताछ हुई है। कुछ संदिग्धों से 36 घंटे से पूछताछ की जा रही है।
रौनक हत्याकांड के विरोध में शुक्रवार को बंदी के बाद शनिवार को बाजार खुले। गुरुवार को दवा दुकानें बंद रही थी। लिहाजा दो दिनों की बंदी के बाद बाजार खुलने से आमलोगों ने राहत की सांस ली। सुबह बाजार खुलने के बाद खलीफाबाग, डीएन सिंह रोड, सर्राफा बाजार, सूजागंज, स्टेशन चौक, पटल बाबू रोड आदि जगहों पर काफी भीड़ रही।