भागलपुर : एसएसपी कार्यालय की डीसीबी शाखा में नीतू संग काम करता था सूरज।
सूरज का कबूलनामा
मैं मृतका नीतू कुमारी का दोस्त हूं। हम दोनों वर्ष 2015 में नवगछिया जिला बल में सिपाही के पद पर नियुक्त हुए थे। नवगछिया जिले से ही हम दोनों की जान-पहचान हुई थी। वहां से स्थानांतरित होकर वर्ष 2021 में भागलपुर में योगदान दिए। मैं डीसीबी शाखा में कार्यरत हूं। मृतका नीतू कुमारी भी उसी कमरे में आरटीआई शाखा में प्रतिनियुक्त थी। नीतू कुमारी अपने पति, बच्चे और सास के साथ सरकारी क्वार्टर में पुलिसलाइन में रहती थी। मैं सुरखीकल में किराए पर रहता हूं। सितंबर 2023 में मुझे डेंगू हो गया था। नीतू मुझसे हालचाल पूछने लगी और हमारी बातचीत शुरू हो गई। हम दोनों एक-दूसरे से प्यार करने लगे। नीतू कहती थी कि उसका अंतरजातीय विवाह पंकज से हुआ है, वह हमेशा मेरे साथ मारपीट करता है। अगर पति से रिश्ता ठीक ठाक रहा तो उसके साथ रहेंगे नहीं तो उसे तलाक लेकर आपसे शादी कर लेंगे, हम भी राजी हो गए। इसी साल मई में चुनाव के बीच हम दोनों घूमने के लिए कामाख्या चले गए थे जहां हम दोनों के बीच शारीरिक संबंध बना।
जुलाई में दोनों गये थे दार्जिलिंग
नीतू कुमारी के साथ इसी साल जुलाई में दार्जिलिंग घूमने गए थे, वहां भी हम दोनों के बीच शारीरिक संबंध बना। 12 अगस्त को शाम छह बजे नीतू ने कॉल कर बताया कि वह मंदिर पूजा करने जा रही है, वापस आने पर कॉल करूंगी। फिर रात में आठ बजे भी उसका कॉल आया पर व्यस्तता की वजह से कॉल रिसीव नहीं कर सका। 13 अगस्त को कार्यालय पहुंचा तो पता चला कि नीतू और उसके परिवार के सभी सदस्यों की हत्या हो गई है तो मैं नीतू के आवास पहुंचा, वहां बहुत भीड़ थी। वहीं पर मुझे पकड़ लिया गया।