भागलपुर : सोशल मीडिया पर पिस्टल लहराना पड़ा महंगा, गिरफ्तार
भागलपुर के बिहपुर नारायणपुर प्रखंड के आशाटोल निवासी सिन्टू और राहुल एवं तेल्डीहा निवासी गुलशन का सोशल मीडिया पर पिस्टल लहराना मंहगा पड़ गया। नारायपुर थाना प्रभारी महेश कुमार ने प्राथमिकी दर्ज करते हुए तेल्डीहा के गुलशन को गिरफ्तार किया।
सिंटू एवं राहुल की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। गुलशन, सिंटू और राहुल तीनों के अवैध हथियार ने वाट्सएप पर अपना स्टेटस लगाया था।
सोशल मीडिया पर पिस्टल लहराना एक गंभीर मुद्दा है जो कई कानूनी और सामाजिक पहलुओं से जुड़ा हुआ है। भारत में, इसके कई कानूनी परिणाम हो सकते हैं:
- आर्म्स एक्ट का उल्लंघन: भारत में बिना लाइसेंस के हथियार रखना और उन्हें सार्वजनिक रूप से दिखाना अवैध है। सोशल मीडिया पर पिस्टल लहराना इस कानून का उल्लंघन माना जा सकता है।
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आपराधिक धमकी: यदि पिस्टल लहराने का उद्देश्य किसी को धमकी देना या डराना है, तो इसे आपराधिक धमकी के रूप में देखा जा सकता है, जो भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 506 के तहत दंडनीय है।
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सार्वजनिक शांति भंग: पिस्टल लहराने से सार्वजनिक शांति और सुरक्षा को खतरा हो सकता है, जो विभिन्न कानूनी धाराओं के तहत अपराध माना जा सकता है।
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सामाजिक और नैतिक जिम्मेदारी: इस तरह की हरकतें समाज में नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं और युवाओं के लिए गलत उदाहरण स्थापित कर सकती हैं।
इसलिए, सोशल मीडिया पर पिस्टल लहराना न केवल कानूनी रूप से जोखिम भरा है, बल्कि यह सामाजिक और नैतिक दृष्टिकोण से भी अनुचित है। ऐसा करना गंभीर परिणामों को आमंत्रित कर सकता है, और इसे पूरी तरह से बचना चाहिए।
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