भागलपुर : मायागंज स्थित तिलकामांझी बिजली सबडिवीजन ऑफिस में शनिवार को उपभोक्ताओं ने जमकर बवाल काटा। आरोप था कि स्मार्ट मीटर की बिलिंग सिस्टम में गड़बड़ी हो रही है। रातों रात बैलेंस माइनस में चला जाता है। बिजली गुल हो जाती है। शिकायत करने पर कोई सुनने वाला नहीं होता है। उपभोक्ता ऑफिस का चक्कर लगाकर थक जाते हैं। हंगामा कर रहे लोगों की नाराजगी इसलिए भी बढ़ गई कि जब लोग वहां पहुंचे तो कर्मचारी टालमटोल कर रहे थे। कर्मचारी कह रहे थे बिजली एसडीओ ही यह मामला देखेंगे और एसडीओ देर तक कार्यालय नहीं पहुंचे।
हंगामा कर रहे लोगों में अधिकांश पूर्वी शहर के मोहल्ले के लोग शामिल थे। एप पर अपना माइनस अकाउंट देखकर लोग रात से ही परेशान थे। लिहाजा सुबह होते ही कई लोग बिजली दफ्तर पहुंच गए थे। कर्मचारियों के टालमटोल और अधिकारियों के नहीं आने पर खूब हंगामा किया। बाद में जब सहायक अभियंता प्रणव मिश्रा पहुंचे तो उन्हें भी खूब खरीखोटी सुनाई। चेतावनी भी दी कि अगर स्मार्ट मीटर जैसी घटिया व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया, तो व्यापक रूप से आंदोलन करने को बाध्य होंगे। लोगों ने तीन घंटे से ज्यादा देर तक हंगामा किया। सूचना मिलने पर बरारी पुलिस भी पहुंची। समझा-बुझाकर लोगों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन स्मार्ट मीटर की समस्या का समाधान करने की मांग पर सभी अड़े रहे।
किसी की जांची गड़बड़ी, तो किसी को सोमवार को बुलाया हंगामा बढ़ता देख सहायक अभियंता ने बिल और कनेक्शन स्टेटस जांचने के लिए लोगों को अपने कक्ष में बुलाया। लोगों के मोबाइल नंबर व कंज्यूमर आइडी से कंप्यूटर में गड़बड़ी की जांच शुरू की। कंज्यूमर इतनी संख्या में थे कई लोगों की जांच हुई तो कई लोगों को फिर सोमवार को बुलाया गया। हंगामा कर रहे लोगों में बरारी, आनंद मार्ग कॉलोनी, विक्रमशिला कॉलोनी, लाल,बाग, मायागंज, भीखनपुर, घंटाघर आदि मोहल्ले के लोग शामिल थे।
शहर क्षेत्र के विद्युत कार्यपालक अभियंता प्रकाश कुमार झा ने बताया कि हंगामा की सूचना पर मैं भी पहुंचा और उपभोक्ताओं को हकीकत से अवगत कराया। दरअसल गर्मी के कारण लोग स्वीकृत भार से अधिक इस्तेमाल कर रहे हैं, इसलिए लोड पेनाल्टी लग रहा है। लोग लोड बढ़ा लें तो यह दिक्कत नहीं होगी।
स्कूल फीस जमा नहीं करते, मीटर रीचार्ज करते हैं
लालबाग के एक उपभोक्ता ने बताया कि रात में अच्छा-खासा बैलेंस था और सुबह होते ही 500 माइनस में चला गया। एक व्यक्ति ने बताया कि रात में 700 था और सुबह होते ही माइनस 12 हजार बैलेंस हो गया। कोई इसको देखने वाला नहीं है। अब तो स्थिति यह है कि बच्चों के स्कूल की फीस जमा करें या नहीं करें, लेकिन मीटर रीचार्ज करते हैं। क्योंकि हम उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर लगाकर लाचार और बेबस बना दिया गया है। बिजली ही कट जाती है।