भारत-ऑस्ट्रेलिया ने जलवायु स्मार्ट एग्रीटेक समूह के लिए Start-ups and MSMEs को किया आमंत्रित, अक्टूबर में कार्यक्रम
इंडिया ऑस्ट्रेलिया राइज़ एक्सेलेरेटर ने जलवायु स्मार्ट एग्रीटेक समूह के लिए स्टार्ट-अप्स और एमएसएमई को आमंत्रित किया है। अक्टूबर 2024 में आरंभ होने वाला इंडिया ऑस्ट्रेलिया रैपिड इनोवेशन एंड स्टार्ट-अप एक्सपेंशन (RISE) एक्सेलेरेटर, राष्ट्रमंडल वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान संगठन और अटल इनोवेशन मिशन (AIM), नीति आयोग द्वारा एक द्विपक्षीय कार्यक्रम है।आरआईएसई एक्सेलेरेटर नवीन कृषि तकनीक समाधानों के विस्तार का समर्थन करके पर्यावरण और जलवायु मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने के साथ भारत और ऑस्ट्रेलिया की साझा चुनौतियों का समाधान करता है। राष्ट्रमंडल वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान संगठन (CSIRO) के कार्यक्रम निदेशक तमारा ओगिल्वी ने कहा, “भारत और ऑस्ट्रेलिया आम कृषि चुनौतियों को साझा करते हैं, लेकिन हमारे कृषि प्रणालियों का क्षमता स्तर और विविधता अद्वितीय है। यह समूह प्रतिभागियों को विभिन्न बाजारों में उत्पाद-बाजार के अनुरूप बनाएगा और वैश्विक मांगों की पूर्ति के लिए अपने समाधानों को तेजी से बढ़ाएगा।”
नीति आयोग द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक अटल इनोवेशन मिशन- राष्ट्रमंडल वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान संगठन (CSIRO), ऑस्ट्रेलिया के साथ साझेदारी में – भारत ऑस्ट्रेलिया रैपिड इनोवेशन एंड स्टार्ट-अप एक्सपेंशन (RISE) एक्सेलेरेटर के लिए क्लाइमेट स्मार्ट एग्रीटेक समूह के लिए भारत और ऑस्ट्रेलिया के स्टार्ट-अप और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमियों (MSME) से आवेदन आमंत्रित कर रहा है। रैपिड इनोवेशन एंड स्टार्ट-अप एक्सपेंशन एक्सेलेरेटर- दो देशों के बीच अंतर्राष्ट्रीय विस्तार का लक्ष्य रखने वाले व्यवसायों का समर्थन करता है। आरआईएसई एक्सेलेरेटर कार्यक्रम को वर्ष 2023 में लॉन्च किया गया था।
बता दें कि कार्यक्रम में भाग लेने के लिए स्टार्ट-अप/एसएमई के लिए कोई शुल्क नहीं है, ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच यात्रा करने के कई अवसर हैं। चयनित स्टार्ट-अप/एसएमई गैर-इक्विटी अनुदान में 45 लाख रुपये तक के लिए भी पात्र हो सकते हैं। अधिक जानकारी और आवेदन के लिए कृपया https://riseaccelerator.org/ को विज़िट किया जा सकता है। इसके बारे में और अधिक जानने के लिए 28 अगस्त 2024 को जानकारी और प्रश्नोत्तर सत्र में शामिल हों सकते हैं।
आयोग के अनुसार एक्सेलेरेटर कार्यक्रम की आरंभिक 9 माह की अवधि के दौरान, भारत और ऑस्ट्रेलिया के चयनित स्टार्ट-अप और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम को स्व-गति से ऑनलाइन सीखने और व्यक्तिगत सत्रों के मिश्रण से लाभ होगा। ये सत्र गहन बाजार अंतर्दृष्टि, एक-पर-एक कोचिंग और विषय विशेषज्ञों और उद्योग पेशेवरों द्वारा सलाह प्रदान करेंगे। इस कार्यक्रम को संभावित भागीदारों और ग्राहकों के साथ कनेक्शन की सुविधा के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे नए बाजारों में सफलता की संभावना बढ़ जाती है। कार्यक्रम के अन्य चरण में फ़ील्ड परीक्षण और प्रौद्योगिकी पायलट भी शामिल होंगे।
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