भारत के विभाजन की पीड़ा एक ऐसी त्रासदी जिसे भुलाया नहीं जा सकता है :राधा मोहन सिंह

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विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर बुधवार (14 अगस्त) दो दिवसीय चित्र प्रदर्शनी कार्यक्रम ” का आयोजन मुंशी सिंह महाविद्यालय, मोतिहारी में किया गया है। फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन पूर्व केंद्रीय मंत्री सांसद राधा मोहन सिंह ने किया। मौक़े पर कॉलेज के प्राचार्य प्रो(डॉ) अरुण कुमार, पीआईबी पटना के निदेशक एकेए लकड़ा, सीबीसी पटना प्रमुख सह उपनिदेशक संजय कुमार, सीबीसी सीतामढ़ी के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी जावेद अंसारी, सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश अस्थाना मौजूद थे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद राधा मोहन सिंह ने कहा कि भारत के विभाजन की पीड़ा एक ऐसी त्रासदी है जिसे भुलाया नहीं जा सकता है। यह दिन भारत के लोगों के संघर्ष और बलिदान का प्रतीक है। प्रत्येक भारतीय को इस दिन को याद रखना चाहिए । उन्होंने कहा कि हम भारतीयों को इस दिन को याद रखने की जरुरत है, क्योंकि हमारी लाखों बहनों और भाइ‌यों को इस विभाजन ने विस्थापित कर दिया था और अनेक लोगों ने बेवजह नफरत के कारण अपनी जान गवां दी थी। उन्होंने कहा कि विभाजन के दौरान यातनापूर्ण व्यवहार और हिंसा का सामना करना पड़ा था। आज भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। विभाजन का दर्द और उस दौरान हुई हिंसा देश की स्मृति में गहराई से अंकित है। श्री सिंह ने कहा कि विभाजन और इसके कारण तुष्टिकरण की राजनीति, विभाजनकारी ताकतों के विचारों को हावी होने देना और लोगों को नुकसान पहुंचाने वाली सोच के खिलाफ होना चाहिए।

कार्यक्रम के दौरान विषय प्रवेश करते हुए सीबीसी पटना प्रमुख सह उपनिदेशक संजय कुमार ने कहा कि 14.अगस्त 2021 को विभाजन विभीषिका दिवस मनाये जाने की घोषणा हुई थी तब से कार्यक्रम का आयोजन होता रहा है। इसमें तस्वीर के माध्यम से उस दौर की घटना को फोटो के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है।

इस अवसर पर मुंशी सिंह महाविद्यालय, मोतिहारी के प्रो(डॉ) अरुण कुमार ने कहा कि विभाजन की विभीषिका दर्दनाक है। उन्होंने कहा कि हमें इतिहास को याद रखने की ज़रूरत है।उन्होंने कहा कि इस फोटो प्रदर्शनी ने इतिहास को दिखाने की सार्थक कोशिश की है।

पीआईबी के निदेशक एकेए लकड़ा ने कहा कि हमें अपने इतिहास को जानना चाहिए,ख़ासकर युवा पीढ़ी को रूबरू होना चाहिये। कॉलेज के सहायक प्रोफ़ेसर डॉ गौरव भारती ने विभाजन की विभीषिका पर विस्तार से प्रकाश डाला और कहा कि हमें इतिहास को नहीं भूलना चाहिये।

मौक़े पर सीबीसी सीतामढ़ी के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी जावेद अंसारी ने कहा कि कुल 52 फोटो पैनल की प्रदर्शनी है जिसमें प्रवेश निःशुल्क है जो गुरुवार तक चलेगी। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी का मक़सद है आम लोग विभाजन के इतिहास को जाने। कार्यक्रम के बाद कॉलेज परिसर में माँ के नाम एक पेड़ कार्यक्रम के तहत पौधारोपण कॉलेज के प्राचार्य डॉ अरुण कुमार द्वारा किया गया।

मौक़े पर सीबीसी के सर्वजित सिंह, ज्ञयास अख़्तर, आकाशवाणी मोतिहारी के पीटीसी आलोक कुमार सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

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