विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने पिछले वर्ष 7 अक्टूबर को इस्राइल में हमास के आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 55वें सत्र को वर्चुअल रूप से संबोधित करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि टकराव से उत्पन्न मानवीय संकट के लिए सतत समाधान की आवश्यकता है, जिससे युद्ध से प्रभावित लोगों को तत्काल राहत मिल सकेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद और लोगों को बंधक बनाने के मामलों को स्वीकार नहीं किया जा सकता और आशा व्यक्त की कि आपसी टकराव क्षेत्र के भीतर या इससे आगे नहीं फैलेगा। डॉ. जयशंकर ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून का सदैव सम्मान किया जाना चाहिए।
विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि दो राज्यों के समाधान पर भी विशेष रूप से ध्यान दिया जाना चाहिए, जहां फिलिस्तीनी लोग इस्राइली लोगों के साथ मिल कर रह सकें।