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भारत बंद के दौरान प्रदर्शनकारी पर दारोगा ने तान दिया पिस्टल

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भारत बंद के दौरान बेगूसराय का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा। जो कई सवाल खड़ा कर रहा है। गढपुरा बस स्टैंड चौक की यह तस्वीर बिहार पुलिस के दारोगा की है। जो प्रदर्शनकारी पर पिस्टल तानते दिख रहे हैं।  प्रदर्शनकारियों ने बताया कि हम भारत बंद के दौरान अपना विरोध जता रहे थे तभी दारोगा गाली-गलौज करने लगा। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों का गुस्सा भड़क गया। गाली गलौज कर रहा दारोगा सिविल ड्रेस में था।

उसने कमर में रखे पिस्टल को निकाल लिया और  प्रदर्शनकारी युवक पर तान दिया। इस दौरान अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी। लोगों ने दारोगा के इस रवैय्ये का विरोध करते हुए जमकर हंगामा मचाया। इससे पहले युवक और दारोगा के बीच हाथापाई होने लगी। जिसके बाद पिस्टल निकालकर दारोगा ने युवक को जान से मारने की धमकी दी तब लोगों का गुस्सा भड़ गया। सिविल ड्रेस में दारोगा कहने लगा कि मैं गढ़पुरा का थानाध्यक्ष हूं। जबकि वायरल वीडियो में जो पिस्टल लेकर दिख रहा है वो गढ़पुरा थाने का दारोगा बताया जा रहा है।

वीडियो में साफ देखा जा सकता है। किस तरह दारोगा प्रदर्शनकारियों के साथ व्यवहार कर रहा है। वह पिस्टल निकालकर प्रदर्शनकारियों के ऊपर धौंस दिखाना शुरू किया और लोगों को धमकाने लगा। जिसके विरोध करने पर दारोगा ने एक युवक के ऊपर पिस्टल तान दी और जान से मारने की धमकी देने लगा।   सिविल ड्रेस में होने की वजह से प्रदर्शनकारी नहीं पहचान पाये कि ये दारोगा साहब हैं। बताया जा रहा है कि गढ़पुरा बस स्टैंड चौक पर जब प्रदर्शनकारी आज भारत बंद को लेकर सड़क जाम किए हुए थे।

उसी वक्त सिविल ड्रेस में एसआई मनोज कुमार वहां पहुंचा और लोगों को वहां से हटाने लगा। इसी बीच दरोगा प्रदर्शन कारियों से गाली गलौज करने लगा। बाद में अन्य पुलिसकर्मियों ने लोगों के साथ धक्का मुक्की की। तत्पश्चात किसी तरह मामले को शांत करवाया गया। लेकिन यहां कई सवाल खड़े हो रहे हैं.. प्रदर्शन कर रहे लोगों पर क्या इस तरह की कार्रवाई सही है। क्या दरोगा को सिविल ड्रेस में जाना चाहिए और हथियार का प्रदर्शन करना चाहिए। अगर लोग दारोगा को नहीं पहचान रहे थे कोई बड़ी बात हो जाती तो इसकी जिम्मेदारी किसकी थी। बेगूसराय एसपी ने पूरे मामले की जांच करने का आदेश पदाधिकारियों को दिया है।

वही संबंध में गढ़पुरा थाना दक्ष मनोज कुमार ने बताया कि गढ़पुरा बस स्टैंड चौक भारत बंद को लेकर  प्रदर्शन कर रहे थे। इसी बंद को लेकर कुछ पुलिसकर्मी सिविल ड्रेस में तैनात थे. एक- दो व्यक्ति के द्वारा कुछ शरारत करने का प्रयास  किया गया। समय रहते वहां मौजूद सिविल ड्रेस में तैनात पुलिस कर्मी ने दो व्यक्ति को पकड़कर गढ़पुरा थाना लाया गया। थाने पर दो-तीन घंटे तक बैठाया गया। उसके बाद मामला शांत होने के पर 3 घंटे के बाद पीआर बॉन्ड पर उसे छोड़ दिया गया। एक व्यक्ति कोरियाम्मा का रहने वाला था जबकि दूसरा मालीपुर का निवासी था।


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