भारत-मालदीव विवाद के बीच राष्ट्रपति मुइज्जू को लगा करारा झटका, राजधानी के मेयर चुनाव में पार्टी कैंडिडेट की हार
भारत-मालदीव विवाद के बीच राष्ट्रपति मुइज्जू को लगा करारा झटका है।राजधानी माले में हुए मेयर चुनाव में मुइज्जू की पार्टी चुनाव हार गई।
HIGHLIGHTS
- मालदीव के राष्ट्रपति को लगा करारा झटका
- राजधानी के मेयर चुनाव में हारी मुइज्जू की पार्टी
- शनिवार को ही चीन के दौरे से लौटे हैं राष्ट्रपति मुइज्जू
चीनी समर्थक है राष्ट्रपति मुइज्जू की पार्टी
बता दें कि मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (MDP) का नेतृत्व मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद सोलिह का पास है. जिन्होंने हमेशा भारत का समर्थन किया है. हालांकि, पिछले साल देश में हुए राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. मालदीव के वर्तमान राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू चीन का समर्थन करते रहे हैं. राष्ट्रपति चुनाव के दौरान उन्होंने कई बार भारत को लेकर गलत बयानबाजी की थी और चीन के समर्थन की वकालत की थी. उनकी जीत के बाद ऐसा माना गया कि चीन को सर्मथन देने की बात कहकर ही उन्हें राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल हुई. राजधानी के मेयर चुनाव में जीत से एमडीपी को एक तरह से संजीवनी मिली है।
शनिवार को ही चीन के दौरे से लौटे हैं राष्ट्रपति मुइज्जू
बता दें कि चीन के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू शनिवार को ही चीन की पांच दिवसीय यात्रा से राजधानी माले वापस लौटे. स्वदेश पहुंचते ही उन्हें मेयर चुनाव में हाल का झटका लगा. मालदीव पहुंचने के बाद मुइज्जू ने एक बार फिर से भारत का नाम लिए बिना कहा कि हमारा देश उनसे छोटा हो सकता है, लेकिन इससे किसी को हमें धमकाने का लाइसेंस नहीं मिल जाता है।
बता दें कि मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू का ये बयान दोनों देशों के बीच पैदा हुए तनाव के बीच सामने आया. दोनों देशों के बीच तब विवाद शुरू हुआ जब मालदीव के तीन मंत्रियों की ओर से पीएम मोदी के खिलाफ सोशल मीडिया पर अपमानजनक टिप्पणियां कि गईं. उसके बाद तीन मंत्रियों को हटा दिया गया. चीन की यात्रा के दौरान राष्ट्रपति मुइज्जू ने मालदीव को चीन के करीब लाने की बात भी की थी।
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