भारत में हवाई यात्रियों की संख्या में जुलाई में इजाफा देखने को मिला है। बीते महीने कुल 1.31 करोड़ यात्रियों ने घरेलू उड़ान भरी। सालाना आधार पर इसमें 8.6 प्रतिशत का इजाफा हुआ है, पिछले वर्ष समान अवधि में यह संख्या 1.21 करोड़ थी। शुक्रवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी आईसीआरए की रिपोर्ट में बताया गया कि घरेलू एयर ट्रैफिक प्री-कोविड स्तर से 10 प्रतिशत अधिक हो गया है। जुलाई 2019 में 1.19 करोड़ यात्रियों ने विमान से सफर किया था।
देशभर में अप्रैल से जुलाई के बीच 5.33 करोड़ लोगों ने घरेलू उड़ान भरी है। पिछले साल यह संख्या 5.06 करोड़ थी। यह संख्या प्री-कोविड से 13.2 प्रतिशत ज्यादा है। वित्त वर्ष 20 के पहले चार महीनों में 4.71 करोड़ यात्रियों ने विमान से उड़ान भरी थी।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भारतीय विमान कंपनियों से उड़ान भरने वाले यात्रियों की संख्या सालाना आधार पर बढ़कर 80.5 लाख हो गई है, जो कि पिछले साल समान अवधि में 68.9 लाख थी। प्री-कोविड स्तर में यह आंकड़ा 54.1 लाख था।
आईसीआरए ने भारतीय एविएशन इंडस्ट्री के आउटलुक पर कहा कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय विमान यात्री ट्रैफिक में वित्त वर्ष 2025 में तेजी जारी रहने की उम्मीद है। इसकी वजह स्थिर आर्थिक माहौल का होना है।
रेटिंग एजेंसी ने कहा, “वित्त वर्ष 2024 में देखी गई वृद्धि वित्त वर्ष 2025 में भी जारी रहने की उम्मीद है। हालांकि, मौजूदा स्तरों से यील्ड में विस्तार सीमित होगा।”
विमान कंपनियों की ओर से भी क्षमता का विस्तार किया जा रहा है। जुलाई 2024 में 91,632 प्रस्थान हुए थे, जिनकी संख्या जुलाई 2023 में 87,086 थी। इसमें सालाना आधार पर 5.2 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
जुलाई 2024 में प्रतिदिन 2,956 औसत प्रस्थान हुए हैं। जुलाई 2023 में 2,809 औसत प्रस्थान हुए थे।