रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते भारतीय सेनाओं के रक्षा उपकरणों की मरम्मत नहीं हो रही। अब समाधान दिख रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के बीच मंगलवार को हुई शिखर वार्ता के दौरान दोनों देश भारत में ऐसे कलपुर्जों के संयुक्त उत्पादन पर सहमत हुए हैं।
सूत्रों ने घोषणा को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इससे तीनों सेनाओं को उन उपकरणों को सेवा के योग्य बनाने में मदद मिलेगी, जिनके लिए रूस या यूक्रेन से कलपुर्जों की आपूर्ति ठप है।
रूस-यूक्रेन के हथियारों की हो सकेगी मरम्मत
विदेश मंत्रालय के अनुसार दोनों देश मेक इन इंडिया के तहत भारत में संयुक्त उपक्रम स्थापित करेंगे। रूस इस उपक्रम को तकनीक का हस्तांतरण करेगा। इस प्रकार दोनों देश संयुक्त रूप से कलपुर्जों का उत्पादन करेंगे। इससे रूस और यूक्रेन में बने हथियारों की मरम्मत भारत में हो सकेगी। इसके अलावा यह उपक्रम दूसरे देशों को भी इन कलपुर्जों का निर्यात कर सकेगा।