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भीषण गर्मी से 80 से अधिक स्कूली छात्र बेहोश, स्कूल की टाइमिंग पर उठे सवाल, BJP MLC ने केके पाठक पर की आपत्तिजनक टिप्पणी

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समूचा बिहार हीटवेब की चपेट में है। अचरज की बात ये है कि इस भीषण गर्मी में जहां एकतरफ प्राइवेट स्कूलों में गर्मी की छुट्टी है तो दूसरी तरफ बिहार के सरकारी स्कूल खुले हुए हैं और पढ़ाई हो रही है। इसका सबसे अधिक असर सरकारी विद्यालयों में देखने को मिल रहा है, जहां भीषण गर्मी की वजह से बिहार के 8 जिलों में 80 से अधिक छात्र बेहोश हो गये हैं।

स्कूल की टाइमिंग पर उठे सवाल

बिहार के सरकारी स्कूलों के बच्चों के लगातार बेहोश होने की खबर सामने आने के बाद अब स्कूल की टाइमिंग को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। इसके साथ बिहार की सियासत भी गरमा गई है। बिहार के सत्तापक्ष के साथ-साथ विपक्ष ने भी इस मामले पर आवाज़ बुलंद की है, वहीं शिक्षक संघ ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को दोषी बताते हुए उनके खिलाफ एक्शन लेने की मांग की है। इस मामले पर अब शिक्षक संघ ने मोर्चा खोल दिया है। शिक्षक नेता अमित विक्रम ने फैसले को तुगलकी फरमान करार दिया है और आंदोलन का ऐलान कर दिया है।

BJP MLC नवल किशोर यादव की आपत्तिजनक टिप्पणी

वहीं, भीषण गर्मी होने के बावजूद स्कूलों में टाइमिंग को लेकर BJP MLC नवल किशोर यादव ने केके पाठक पर निशाना साधा और आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि केके पाठक मानसिक रूप से पागल हो चुके हैं। केके पाठक को ना बच्चों से लेना-देना है और न शिक्षा से लेना-देना। पागल हो चुके हैं। 4 जून के बाद मुख्यमंत्री जी से मेरा आग्रह होगा कि इनको कहीं मानसिक आरोग्यशाला में भेज दे और चिकित्सा कराएं। इन्हें इलाज की बेहद जरूरत है।

तेजस्वी ने फैसले पर उठाए सवाल

सरकारी स्कूलों में छात्रों के बेहोश होने के मामले पर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने केके पाठक के फैसले पर आपत्ति जतायी है और कहा है कि बिहार में लोकतंत्र और सरकार नहीं रह गई है। सिर्फ ब्यूरोक्रेसी रहा है। अफसरशाही चरम सीमा पर है। आप तो जानते हैं कि स्कूल की टाइमिंग को लेकर के मुख्यमंत्री की बात को भी नहीं मानी गई।

इसके साथ ही तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इतने कमजोर क्यों हो गए हैं। छोटे बच्चों का ध्यान उनको देना चाहिए। इस हालत में मुख्यमंत्री कुछ कर ही नहीं पा रहे हैं। इनको लोगों ने घेर रखा है। अब उनके हाथ में कुछ नहीं रह गया है।

चिराग ने भी टाइमिंग पर खड़े किए सवाल

वहीं, इस मसले पर लोजपा (रामविलास) के सुप्रीमो चिराग पासवान ने कहा कि भीषण गर्मी की वजह से स्कूली बच्चे परेशान हैं। ये काफी गंभीर विषय है और इसे गंभीरता से ही लेना चाहिए। अगर कहीं पर भी कोई लापरवाही है तो इस बात को बिहार सरकार सुनिश्चित करें। जिस तरीके से स्वाभाविक रूप से गर्मी बढ़ रही, बच्चों के स्कूल में इस तरह की व्यवस्था होनी चाहिए। अगर छुट्टी की घोषणा करनी करनी चाहे तो वह भी करनी चाहिए। इसमें जो भी अधिकारी बाधक हैं। उस पर भी कार्रवाई करनी चाहिए।

मुकेश सहनी ने भी साधा निशाना

वहीं, इस मामले पर वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी ने कहा कि केके पाठक को अच्छा अधिकारी समझते थे। पहले उन्होंने कुछ बढ़िया फैसला लिए थे लेकिन हाल के दिनों में उनका जो निर्णय हो रहा है, वो शिक्षकों को परेशान कर रहा है। वे अपना वर्चस्व कायम कर रहे हैं। यह सारी चीज कहीं ना कहीं सही नहीं है। इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को संज्ञान लेना चाहिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मौन है।

80 से अधिक छात्र हुए बेहोश

गौरतलब है कि गर्मी की वजह से बेगूसराय, शेखपुरा, सीवान, भागलपुर, मुंगेर, जमुई, बांका और कटिहार में कुल 80 से अधिक छात्र स्कूल में ही बेहोश हो गए। इन्हें इलाज के लिए आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। बेगूसराय में गर्मी से कुल 41 बच्चे बेहोश हुए। मटिहानी प्रखंड क्षेत्र स्थित मध्य विद्यालय मटिहानी में बुधवार को गर्मी के कारण 20 से अधिक छात्र-छात्राएं बेहोश हो गए हैं।

वहीं, बलिया के विवेकानंद पब्लिक स्कूल में 5 उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय अमरपुर में 1और बखरी प्रखंड के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मोहनपुर में 15 बच्चों की तबीयत गर्मी से खराब हो गई।

बेगूसराय में 41 बच्चे बेहोश :बेगूसराय के मटिहानी के मध्य विद्यालय मटिहानी में 20, बलिया के विवेकानंद पब्लिक स्कूल में 5 उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय अमरपुर में 1और बखरी प्रखंड के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मोहनपुर में 15 बच्चों की तबीयत खराब हो गई।

मुंगेर में 17 बच्चे बेहोश : मुंगेर के जमालपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय फरदा में 8, उच्च विद्यालय फरदा 5, और धरहरा प्रखंड के कन्या विद्यालय अमारी में 4 बच्चे बेहोश हो गए।

शेखपुरा में 12 से ज्यादा छात्राएं बेहोश : भीषण गर्मी की वजह से 12 से ज्यादा छात्राएं बेहोश हो गईं। ये सभी 5 अलग-अलग स्कूलों की हैं। अरियरी प्रखंड के प्लस टू हाई स्कूल बेलछी में 9वीं की एक छात्रा बेहोश होकर गिर पड़ीं। इसी तरह बरबीघा प्रखंड के तेउस गांव में एक 7वीं कक्षा की छात्रा, घाट कुसुंभा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय में भदौंसी में एक छात्रा गिरकर बेहोश हो गई।

सीवान-मोतिहारीमें दो स्कूली छात्र हुए बेहोश।

बांका में 2 छात्र बेहोश :बाल भारती रजौन विद्यालय में पांचवीं कक्षा के छात्र आर्यन राज और प्रोन्नत मध्य विद्यालय खिड्ड़ी के पूजा कुमारी भी गर्मी की वजह से बेहोश हो गयी।

घोसवरी प्रखंड के स्कूल में 6 बच्चे हुए बेहोश

पटना के घोसवरी प्रखंड के कुर्मीचक मध्य विद्यालय में आज अचानक 6 बच्चे बेहोश हो गए और जमीन पर बेसुध होकर गिर पड़े। एक साथ 6 बच्चों के बेहोश होते ही स्कूल परिसर में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में गंभीर रूप से बीमार 10 साल की मुस्कान कुमारी को पास के सम्यागढ़ में एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया।

वहीं, शेष 5 बच्चों का स्कूल में इलाज कर घर भेज दिया गया। मुस्कान कुमारी को बेहतर इलाज के लिए घोसवरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. नवल किशोर बैठा ने एंबुलेंस रवाना किया है। बताया जा रहा है कि भीषण गर्मी के कारण इस तरह की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। डॉक्टर का मानना है कि अत्यधिक गर्मी को देखते हुए सभी स्कूलों में ORS भेजने का सख्त आदेश दिया गया है।

वहीं, इधर, बेगूसराय में भी भीषण गर्मी की वजह से 18 से अधिक बच्चे बेहोश हो गये, जिन्हें इलाज के लिए मटिहानी रेफरल अस्पतालव में भर्ती कराया गया है, जहां सभी बच्चों का इलाज जारी है। आपको बता दें कि बेगूसराय में भी तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार है। ये पूरा मामला बेगूसराय के मटिहानी प्रखंड के मटिहानी मध्य विद्यालय का है।

भीषण गर्मी की चपेट में बिहार

शेखपुरा और औरंगाबाद से बुरी खबर सामने आ रही है, जहां स्कूल में बच्चे बेहोश हो जा रहे हैं। शेखपुरा की बात करें तो भीषण गर्मी के वजह से 6 से अधिक बच्चे भीषण गर्मी की चपेट में आ गये हैं और वे बेहोश हो गये हैं। उन्हें आनन-फानन में शेखपुरा के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चिकित्सकों की एक विशेष टीम द्वारा उनका इलाज किया जा रहा है। फिलहाल बच्चों की हालत खतरे से बाहर बतायी जा रही है।

शेखपुरा में 6 बच्चियां हुईं बीमार

बताया जा रहा है कि बुधवार की सुबह शेखपुरा के एरिया प्रखंड क्षेत्र के मध्य विद्यालय में प्रार्थना के दौरान यह घटना हुई है। बच्चों के बेहोश होने के बाद से ही ग्रामीणों में नाराजगी है। गांव वालों का कहना है कि भीषण गर्मी में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक का ये फैसला तालिबानी है। बच्चों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है।

औरंगाबाद में 2 छात्राएं हुईं बेहोश

वहीं, इसी तरह का मामला औरंगाबाद से भी सामने आया है, जहां भीषण गर्मी की चपेट में आने से दो छात्राएं बेहोश होकर गिर गयीं। ये पूरा मामला औरंगाबाद जिले के मदनपुर प्रखंड के नीमा आजन पंचायत के छालीदोहर गांव में स्थित राजकीय उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय में हीट स्ट्रोक की चपेट में आने से दो छात्राएं बेहोश होकर गिर गयीं, जिससे पूरे विद्यालय में हड़कंप मच गया।

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