जयनगर में कमला नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि और पानी के तेज बहाव से कॉफर डैम ध्वस्त हो गया है। पानी अधिक बहने से कॉफर डैम डूब गया है। नदी तेज रफ्तार से निर्माणाधीन बराज के नीचे से बह रही है। हालांकि, इससे निर्माण कार्य पर तत्काल कोई असर नहीं हुआ है।
जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता ब्रजेश मोहन ने कहा कि नदी के किनारे रखे हुए बालू को स्टोर कर मेड़ बनाया गया था, जिसके ऊपर से पानी बहने लगा है। इसमें कोई निर्माण कार्य नहीं किया गया है। बराज का निर्माण कार्य अभी प्रभावित नहीं हुआ है। कमला वियर से सटी नदी में 405 करोड़ की लागत से निर्माण कार्य हो रहा है। एक सप्ताह में दूसरी बार कमला नदी का जलस्तर फिर से खतरे के निशान को पार कर गया है।
बुधवार को दोपहर में नदी का जलस्तर 68.2 मीटर पर था, जबकि यहां खतरे का निशान 67.75 मीटर है। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नेपाल के पहाड़ों से निकली कमला नदी के जलस्तर में सुबह से लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। विभाग अलर्ट मोड में है।तटबंधों की निगरानी की जा रही है।
डुआडांगी पुलिया का पाया धंसा
बहादुरगंज (किशनगंज)। जिले के बहादुरगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत डुआडांगी मरिया कनकयी नदी की धारा में लगभग छह वर्ष पहले निर्मित पुलिया का पाया बुधवार की दोपहर धंस गया। सूचना मिलने पर डीएम तुषार सिंगला के निर्देश पर स्थानीय प्रशासन ने पुलिया से होकर आवागमन बंद करवा दिया है। डीएम को डुआडांगी पुलिया का पाया धंसने की सूचना मिलने पर डीएम ने मामले पर तत्काल संज्ञान लिया । प्रशिक्षु डीएसपी सह थानाध्यक्ष अभिनव पराशर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और क्षतिग्रस्त पुलिया पर बैरिकेडिंग करवाकर आवागमन को तत्काल बंद करवा दिया। ग्रामीणों के अनुसार बारिश के कारण नदी की धारा में पानी उतरने और तेज बहाव की चपेट में आने से डुआडांगी पुलिया का पाया धंस गया जिससे पुलिया क्षतिग्रस्त हो गयी।
समाचार प्रेषण तक बहादुरगंज एवं दिघलबैंक थाना पुलिस मौके पर कैंप कर हालत पर नजर बनाये हुए है। प्रशिक्षु डीएसपी सह थानाध्यक्ष अभिनव पराशर ने बताया पुलिया का पाया धंसने से पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई थी। इस कारण डीएम के निर्देश पर बैरिकेडिंग कर आवागमन को बंद कर दिया गया है।