भारत-मालदीव संबंधों में आई खटास का असर अब दोनों ही देशों के पर्यटन पर दिखने लगा है।भारतीयों की फेवरेट लिस्ट में टॉप पर रहने वाला मालदीव को जहां बॉयकॉट का सामना करना पड़ रहा है, वहीं, लक्षद्वीप टॉप ट्रेंडिंग टूरिस्ट स्पॉट बनकर उभरा है।
भारत-मालदीव संबंधों में आई खटास का असर अब दोनों ही देशों के पर्यटन पर दिखने लगा है. भारतीयों की फेवरेट लिस्ट में टॉप पर रहने वाला मालदीव को जहां बॉयकॉट का सामना करना पड़ रहा है, वहीं, लक्षद्वीप टॉप ट्रेंडिंग टूरिस्ट स्पॉट बनकर उभरा है. लोग मालदीव के बजाए अब लक्षद्वीप को तरजीह दे रहे हैं. आलम यह है कि लक्षद्वीप के लिए अब मार्च तक सभी टिकट बुक हो चुकी हैं. इसके साथ ही सोशल मीडिया के साथ ही ट्रेवल एजेंसियों और पोर्टल पर लक्षद्वीप सबसे ज्यादा ट्रेंडिंग कीवर्ड बन गया है. लोगों में लक्षद्वीप घूमने की उत्सुकता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 200 प्रतिशत लोगों ने लक्षद्वीप को सर्च किया है. सर्च इंजन गूगल पर लक्षद्वीप चीपेस्ट प्लांस से लेकर तमाम चीजें सर्च की जा रही हैं ।
लक्षद्वीप की बढ़ी डिमांड कम पड़ी फ्लाइट्स
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देश के कई शहरों से मालदीव के लिए पर हफ्ते 60 से ज्यादा फ्लाइट्स संचालित होती हैं. लेकिन लक्षद्वीप के लिए रोजाना केवल एक ही फ्लाइट की व्यवस्था है. अब जबकि भारत-मालदीव विवाद सुर्खियों में है, लोग मालदीव के बजाय लक्षद्वीप को ज्यादा वरियता दे रहे हैं. तो ऐसे में लक्षद्वीप जाने वाली फ्लाइट की मार्च तक सभी टिकट बुक हो चुकी हैं. माना जा रहा है कि डिमांड बढ़ने के बाद सरकार जल्द ही लक्षद्वीप के लिए फ्लाइट्स की संख्या में वृद्धि कर सकती है।
लक्षद्वीप जाने के लिए परमिट लेना जरूरी
यहां गौर करने वाली बात यह है कि लक्षद्वीप जाने के लिए केवल टिकट से ही काम नहीं चलेगा, बल्कि एक एंट्री परमिट भी लेना पड़ता है. इसके लिए आपको पहले किसी बैंक में जाकर 200 रुपए जमा कराने होते हैं और भी चालान जमा कराना पड़ता है. सरकार ने अब इस प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया है. हालांकि इसके लिए आपको कुछ फीस भरनी होती है. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में भारत के द्वीप समूह और केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप का दौरा किया था. इस दौरान पीएम मोदी ने लक्षद्वीप की खूबसूरती का बखान कर देशवासियों से एकबार यहां आने की अपील की थी।