तीन तलाक पीड़ित रुबीना ने मुस्लिम धर्म त्याग कर हिंदू धर्म अपना लिया। अपना नाम प्रीति रखकर बदायूं के प्रमोद संग सात फेरे ले लिए है। पंडित केके शंखधार ने अपने अगस्त्य मुनि आश्रम में दोनों का विवाह कराया है।
ऐसे हुआ प्यार
रुबीना ने बताया कि उसकी करीब 10 साल पहले मुस्लिम युवक से निकाह हुआ था। मगर उसने उसे तीन तलाक दे दिया। शुरू से ही हिंदू धर्म में आस्था थी, मगर सहारा नहीं मिल रहा था।
एक दिन बदायूं निवासी प्रमोद की मिस्ड काल उनके फोन पर आई। उसके बाद जब रूबीना उर्फ प्रीति ने कॉल बैक की तो बातचीत शुरू हो गई। धीरे-धीरे दोनों इंस्टाग्राम पर बातचीत और वीडियो चैट करने लगे। दोनों ने साथ जीने मरने की कसमें खाई और शादी की बात कही।
रुबीना कहना था कि उसे शुरू से ही हिंदू धर्म में आस्था थी, इसलिए उसने पहले अपना धर्म और नाम बदला फिर प्रमोद संग सात फेरे ले लिए। पंडित केके शंखधार ने हवन शुद्धि कर दोनों का विवाह संपन्न कराया।