बिहार के मुंगेर में गंगा रेल सह सड़क पुल के रेल क्षेत्र के पायों से 20 एल्युमिनियम प्लेट (कवर) की चोरी होने के बाद रेलवे में हड़कंप मचा हुआ है। आरपीएफ भी पूरे मामले की जांच-पड़ताल में जुटी है। सूचना पर लगातार छापेमारी भी कर रही है, लेकिन अबतक कोई सफलता नहीं मिली है। 20 एल्युमिनियम प्लेट (कवर) की चोरी किसी एक दिन में नहीं हुई है।
आरपीएफ का मानना है कि चोरी की घटना को रात में ही अंजाम दिया गया है। रात की अपेक्षा दिन में यात्री ट्रेनों और मालगाड़ियों का आवागमन ज्यादा होता है। कई रातों से चोर यहां एक-एक कर एल्युमिनियम कवर गायब कर रहे थे। एक कवर का वजन 10 से 12 किलोग्राम के आसपास है।
आशंका जताई जा रही है कि 20 कवरों को चोरी करने में बदमाशों को कई रातों का समय लगा होगा। एक रात में 20 कवरों को चोरी कर ले जाना संभव नहीं है। दरअसल, रेल सह सड़क पुल की सुरक्षा की जिम्मेदारी खगड़िया आरपीएफ के पास है। मालदा रेल मंडल के जमालपुर पोस्ट का क्षेत्र पुल इंट्री से पहले तक ही सीमित है।
क्या कहते हैं खगड़िया आरपीएफ पोस्ट इंस्पेक्टर ?
खगड़िया आरपीएफ पोस्ट के इंस्पेक्टर अरविंद राम ने बताया कि बल की कमी के बाद भी रेल पुल की पेट्रोलिंग दिन और रात में होती है। एल्युमिनियम प्लेट गायब होने के बाद आरपीएफ और सक्रिय हो गई है। इंस्पेक्टर ने बताया कि मुंगेर के अलावा, खगड़िया और आसपास के कबाड़ियों पर भी आरपीएफ की पैनी नजर है। जगह-जगह छापेमारी की जा रही है।
2016 में अस्तित्व में आया रेल पुल
2016 में मुंगेर-खगड़िया रेल पुल अस्तित्व में आया। मुंगेर-गंगा रेल सह सड़क पुल के निचले हिस्से से ट्रेनों का परिचालन होता है। मुंगेर से रेल लाइन खगड़िया-गुवाहटी मार्ग के उमेश नगर में मिलती है। जिन कवर प्लेटों की चोरी हुई है, वे रेल पायों को ढंकने के लिए लगी रहता हैं।
मुंगेर स्टेशन से से खगड़िया, सहरसा और बेगूसराय के लिए ट्रेनें गुजरती हैं। एक एक्सप्रेस ट्रेन जयनगर के लिए चलती है। इसके अलावा, अगरतला और गांधीधाम से एक-एक साप्ताहिक ट्रेन भी गुजरती है।