मुंगेर मंडलकारा में दो बंदी धीरज और उसके दो चचेरे भाई कपिलदेव मंडल जो कासिम बाजार थाना क्षेत्र के निवासी हैं। वे दोनों अपनी भाभी के हत्या मामले में 2021 से मंडल कारा में बंद है। जेल प्रशासन के अनुसार, आज से 12 दिन पूर्व 20 जून को जब वे सेल संख्या-9 में भोजनकाल के समय बंद थे तो दोनों चचेरे भाई कैदी धीरज और कपिलदेव मंडल के बीच किसी बात को ले झगड़ा शुरू हो गया। कपिलदेव मंडल ने धीरज के सर पर ईंट से कई प्रहार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। जिसे अस्पताल प्रशासन के द्वारा बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर पटना रेफर कर दिया गया।
आपको बता दें कि पर सोमवार की शाम शाम कैदी धीरज की पटना में इलाज के दौरान मौत हो गई। जिसके बाद जैसे ही उसका शव उसके पैतृक निवास मकससपुर पहुंचा परिजनों और ग्रामीणों में जेल प्रशासन के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा और लोगों ने शव के साथ सड़क को जामकर कर आगजनी कर दिया। जेल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। जाम की सूचना पर कासिबाजार थाना सहित एसडीओ और एसडीपीओ मौके पर पहुंचे। परिजनों और ग्रामीणों को समझा बुझा और लिखित आवेदन लेने के बाद जाम को तुड़वाया।
मृतक की बहन खुशी ने बताया कि धीरज उसका छोटा भाई है और कपिलदेव मंडल ने झूठा उस हत्याकांड में फंसा दिया था। साथ ही कहा कि आखिर जेल में मारपीट की घटना कैसे हुई, सेल के अंदर ईंट कहां से आया इसका जवाब जेलर को देना पड़ेगा। साथ ही चचेरे भाई कपिलदेव मंडल पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं इस मामले में मौके पर पहुंचे एसडीपीओ सदर राजेश कुमार ने बताया कि जाम को तुड़वा दिया गया है। परिजनों से लिखित आवेदन ले विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। साथ ही तत्काल 23 हजार दिया गया और आगे कानून के तहत इनकी मदद की की जाएगी।