मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि 2005 में मुझे बिहार की जिम्मेदारी मिली, तब से राज्य के विकास के लिए काम कर रहा हूं। बिहार में माहौल बदल चुका है। मैं पूरे बिहार के बेटे-बेटियों को अपना परिवार समझ कर काम कर रहा हूं। बिहार विकास के पथ पर अग्रसर है। सभी का विकास हो रहा है। विरोधियों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग सिर्फ अपने बेटा-बेटी में ही लगे रहते हैं।
मुख्यमंत्री ने रविवार को गोपालगंज, सीवान और वैशाली लोकसभा क्षेत्र में एनडीए उम्मीदवारों के पक्ष में सभाओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि बिहार में अब हिन्दू-मुस्लिम में कोई झंझट नहीं होता है।
कुछ लोग मुस्लिम समुदाय की सिर्फ बात करते हैं, वहीं हमने मदरसा को स्थायी किया और उसमें जो शिक्षक जो पढ़ा रहे हैं, उन्हें राज्य सरकार के शिक्षकों की तरह वेतन दिया। कब्रिस्तानों की चारों तरफ से घेराबंदी करा दी गई है। अब मंदिरों की जमीन की भी घेराबंदी करने का कार्य शुरू कर दिया गया है। पूरे बिहार में अमन-चैन है। कहीं भी किसी भी समुदाय में कहीं झगड़ा फसाद नहीं है। लेकिन, कुछ लोग चाहते हैं कि झगड़ा फसाद काराएं। बिना नाम लिये तेजस्वी यादव पर निशाना साधा और कहा कि कुछ लोग अनाप-सनाप प्रचार कर रहे हैं।
शिक्षक बहाली का श्रेय लेने में जुटे हैं लोग
नीतीश कुमार ने कहा कि शिक्षकों की बहाली मैंने की। पर, कुछ लोग इसका श्रेय लेने में लगे हैं। अब-तक आठ लाख युवाओं को नौकरी दे दी गई है। अगले साल से पहले ही हमलोग 10 लाख नौकरी पूरा कर देंगे। इसकी तैयारी कर ली गई है। सीएम ने कहा कि हमने जातीय जनगणना कराई।