भारत की बड़ी ऑटो कंपनियों में से एक मारुति सुजुकी इंडिया ने मंगलवार को अपनी एसयूवी फ्रोंक्स का जापान में निर्यात शुरू कर दिया। कंपनी ने गुजरात के पीपावाव से 1,600 वाहनों का कंसाइनमेंट जापान भेजा।
फ्रोंक्स, मारुति सुजुकी की ओर से जापान भेजी जाने वाली पहली एसयूवी है। इससे पहले कंपनी ने 2016 में बलेनो का निर्यात करना शुरू किया था। फ्रोंक्स को मारुति सुजुकी अपने गुजरात के प्लांट में मैन्युफैक्चर करती है।
फ्रोंक्स को मारुति सुजुकी की मूल कंपनी सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन द्वारा आने वाले समय में जापान में लॉन्च करने की योजना है।
भारत में मारुति सुजुकी द्वारा फ्रोंक्स को अप्रैल 2023 में लॉन्च किया गया था। इसके बाद जुलाई 2023 में कंपनी ने लैटिन अमेरिका, मध्य पूर्व और अफ्रीका में फ्रोंक्स का निर्यात शुरू कर दिया।
मारुति सुजुकी इंडिया के एमडी एंड सीईओ हिसाशी टेकुची ने कहा, “हमें यह जानकारी साझा करते हुए काफी खुशी हो रही है कि हमारी ‘मेड-इन-इंडिया’ फ्रोंक्स एसयूवी जापान की सड़कों पर दिखाई देगी। जापान दुनिया का सबसे अधिक एडवांस और गुणवत्ता के लिए सजग बाजारों में से एक है।”
जापान को वाहन निर्यात करना यह दिखाता है कि मारुति सुजुकी वर्ल्ड क्लास गाड़ियों का निर्माण कर सकती है, जो परफॉरमेंस, टेक्नोलॉजी और सुरक्षा के मामले में अंतरराष्ट्रीय स्तर की है।
आगे कहा कि फ्रोंक्स सर्वोत्तम इंजीनियरिंग और डिजाइन की कुशलता का प्रतीक है और भारतीय ऑटो मैन्युफैक्चरिंग की क्षमता को भी दिखाता है। मुझे विश्वास है कि जापानी ग्राहकों द्वारा इसको अच्छा रिस्पॉन्स मिलेगा।
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (एसआईएएम) के आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2023-24 में मारुति सुजुकी की ओर से 100 देशों में 2.8 लाख गाड़ियों का निर्यात किया गया था। देश से निर्यात होने वाले यात्री वाहनों में कंपनी की हिस्सेदारी 42 प्रतिशत है।
वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में कंपनी ने 70,560 वाहनों का निर्यात किया था।
इस महीने की शुरुआत में कंपनी ने जुलाई 2024 के बिक्री के आंकड़े पेश किए थे। बीते महीने कंपनी ने 1,37,463 यूनिट्स की बिक्री की है, जो पिछले वर्ष के समान महीने के मुकाबले 9.6 प्रतिशत कम है।