मेरठ शहर से सपा विधायक रफीक अंसारी को बाराबंकी के जैतपुर थानाक्षेत्र से सोमवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। सपा विधायक कानूनी तौर पर 26 साल से फरार थे, हाईकोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी के लिए आदेश जारी किया था।
कोर्ट ने डीजीपी यूपी को निर्देश दिया था कि रफीक को कोर्ट का वारंट तामील करा अपनी रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल करें। सोमवार रात करीब 9 बजे बराबंकी से मेरठ लाकर उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज करते हुए 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने का आदेश दिया।
दिल का मरीज होने से विधायक की स्वास्थ्य जांच मेडिकल अस्पताल में कराई गई और रिपोर्ट सामान्य आने पर देर रात 11 बजे विधायक को जेल भेज दिया गया।
यह था मामला
विधायक रफीक के साथ करीब 40 लोगों के खिलाफ मेरठ के नौचंदी थाने में 12 सितंबर 1995 को बलवा, तोड़फोड़ और आगजनी के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में 22 लोगों के खिलाफ 24 अक्तूबर 1995 को पुलिस ने आरोप पत्र दाखिल कर दिया। रफीक के खिलाफ 22 जून 1996 को चार्जशीट दाखिल हुई थी। कोर्ट ने 18 दिसंबर 1997 को रफीक अंसारी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था।