बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का देश छोड़ने के बाद मंगलवार को पहली बार बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि आंदोलन के नाम पर मेरे पिता शेख मुजीबुर रहमान और शहीदों का घोर अपमान हुआ। मैं देशवासियों से न्याय चाहती हूं।
हसीना ने कहा कि मैं मांग करती हूं कि दोषियों की पहचान कर उन्हें सजा दी जाए। उनके बेटे साजीब वाजेद जॉय ने उनके संदेश को एक्स हैंडल के जरिए पोस्ट किया। हसीना ने कहा, जुलाई से अब तक आंदोलन के नाम पर लोगों की जान ली गई है। मैं उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करती हूं। शेख हसीना ने कहा, मैं देश के लोगों से अपील करती हूं कि 15 अगस्त को राष्ट्रीय शोक दिवस पूरी गरिमा के साथ मनाएं। 15 अगस्त 1975 को मेरे पिता, मां, तीन भाइयों, उनकी पत्नियों की हत्या कर दी गई थी।
पूर्व प्रधानमंत्री पर हत्या का मामला दर्ज
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना, छह अन्य पर पिछले महीने हुईं हिंसक झड़पों के दौरान किराने की दुकान के मालिक की मौत को लेकर हत्या का मामला दर्ज किया गया है।