प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि सरकार की महत्वकांशी योजना है।इसलिए सरकार चाहती है कि योजना में किसी भी प्रकार का फर्जीवाड़ा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
HIGHLIGHTS
- 16वीं किस्त को लेकर चर्चा हुई शुरू, बनने लगी लाभार्थियों की सूची
- बजट सत्र के एक दम बाद किसानों के खाते में जमा होंगे किस्त के 2000 रुपए
- जिन किसानों ने ये गलती की है, उन्हें किस्त के पैसे करने पड़ सकते हैं वापस
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि सरकार की महत्वकांशी योजना है. इसलिए सरकार चाहती है कि योजना में किसी भी प्रकार का फर्जीवाड़ा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सरकार के सूत्रों से खबर मिली है कि यदि किसी किसान ने भूलकर भी ये काम किया है तो उसे पैसा वापस तक लौटाना पड़ सकता है.हालांकि इसे लेकर अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. लेकिन विभागीय अधिकारियों का मानना है कि भूलेख सत्यापन व ईकेवाइसी से ऐसे किसानों की सूची तैयार की जा रही है. जिन्होने फर्जीवाड़ा करके पीएम निधि की किस्त हांसिल की है।
27 नवंबर को आई थी 15वीं किस्त
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के तहत विगत 27 नवंबर को ही किसानों को 15वीं किस्त का लाभ दिया गया था. लेकिन कुल 8 करोड़ किसानों को ही ये लाभ मिल पाया था. लगभग 4 करोड़ किसान योजना से वंचित कर दिये गए है.. आपको बता दें कि पीएम किसान योजना के तहत किसानों को हर साल 6 हजार रुपये आर्थिक मदद के तौर पर दिए जाते हैं. ये रकम तीन किस्तों में जारी होती है और सीधे किसानों के खाते में पहुंचती है. लेकिन कई लोग ऐसे हैं जो एक ही घर से कई लोग भी योजना का लाभ ले रहे हैं।
क्या कहता है नियम
दरअसल, सरकार ने लाभार्थियों के लिए कुछ नियम बनाए हैं. जिन्हें फॅालो करना जरूरी होता है. इसमें सबसे पहले ये ही नियम था लाभार्थी लघु एवं सिमांत किसानों की श्रेणी में आता हो. योजना के तहत परिवार का सिर्फ एक ही सदस्य आवेदन कर सकता है. अगर किसी परिवार से दो सदस्य इस योजना का लाभ ले रहे हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है. फिलहाल जानकारी मिल रही है कि जिन घरों के दो या उससे अधिक सदस्य योजना का लाभ ले रहे हैं उन्हें पैसे वापस करने पड़ सकते हैं।