राजद स्थापना दिवस : तेजस्वी की चेतावनी से हडकंप ! RJD के इन विधायकों का कटेगा टिकट, दोहरा चरित्र बताकर सीएम नीतीश पर बरसे

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राजद के स्थापना दिवस पर लालू यादव और तेजस्वी यादव ने केंद्र की मोदी सरकार और बिहार की नीतीश सरकार को आड़े हाथों लिया. पटना स्थित आरजेडी दफ्तर में शुक्रवार को पार्टी का 28वां स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया गया. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने दावा किया है कि अगस्त महीने के बाद केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार गिर जाएगी. लालू यादव ने इस दौरान बड़ा दावा करते हुए कहा कि अगस्त महीने के बाद केंद्र की मोदी सरकार गिर जाएगी. उसके बाद कभी भी चुनाव कराये जा सकते हैं. इसलिए हमें पूरी तरह तैयार रहना है. लालू प्रसाद ने कहा कि तेजस्वी के नेतृत्व में राजद चुनाव लड़ेगी. उसी को जिम्मा दिया है. मुझे आप लोगों पर भरोसा है कि साथ देंगे. उन्होंने दावा किया कि दिसंबर 2024 या 2025 में जब भी विधानसभा चुनाव होंगे, बिहार में इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी.

वहीं तेजस्वी यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं को अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अभी से तैयार रहने की अपील की. साथ ही तेजस्वी ने अपने संबोधन में बिहार में मध्यावधि चुनाव के संकेत दिए. उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से इसके लिए पूरी तरह तैयार रहने कहा. मोदी सरकार पर हमलावर होते हुए तेजस्वी यादव ने दो टूक कहा कि केंद्र सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पायेगी. नरेंद्र मोदी इस बार सबसे कमजोर प्रधानमंत्री हैं. कहा कि हमने लोकसभा में अच्छी लड़ाई लड़ी. कुछ और सीटें मिल जाती तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सत्ता में नहीं होते.

तेजस्वी ने पार्टी के वैसे नेताओं को चेतावनी दी जो इधर उधर करते हैं. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों में अगर हमें जीत हासिल करनी है तो कुछ कड़े फैसले लेने होंगे. इसके लिए बड़े नेताओं पर भी अनुशासन की तलवार चल सकती है जो इधर उधर करते हैं. उन्होंने संकेत दिए कि अगर राजद को अपना लक्ष्य पाने के लिए कुछ विधायकों का टिकट काटना पड़ेगा तो उससे भी पार्टी नहीं चूकेगी.

वहीं तेजस्वी यादव ने जनता दल (यू) पर भाजपा के साथ गठबंधन करके सत्ता के लिए अपनी विचारधारा से समझौता करने का आरोप लगाया. उन्होंने जोर देकर कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने न तो समझौता किया है और न ही भाजपा के आगे घुटने टेके हैं. “सत्ता में होना सबसे बड़ी बात नहीं है. हमारी लड़ाई उन लोगों के लिए है जो कमजोर और वंचित हैं. लोकसभा चुनाव में हमारा वोट शेयर 9% बढ़ा, जबकि एनडीए का वोट शेयर 6% कम हुआ. उन्होंने कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर नीतीश कुमार दोहरा चरित्र अपनाए हुए हैं.