अयोध्या स्थित राम मंदिर में हुई रामलला की प्राण प्रतिष्ठा, अब गर्भगृह में विराजे प्रमु श्रीराम।500 वर्षों का इंतजार हुआ खत्म।
अयोध्या के राम मंदिर में आखिरकार वो गर्व और खुशी का पल आ ही गया जिसका करोड़ों राम भक्तों को इंतजार था. राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो गई. इसके साथ ही 500 वर्षों का लंबा इंतजार भी थम गया. प्रभु श्रीराम अपने भव्य और दिव्य मंदिर में विराज गए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत साधु और संत समाज के अति विशिष्ट लोगों के मौजूदगी में रामलला के श्रीविग्रह की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई।
इसके साथ ही रामलला की पहली मधुर मुस्कान वाली तस्वीर भी सामने आ गई. श्रंगारित प्रभु श्रीराम की इस मूर्ति की दर्शन आप भी घर बैठे कर सकते हैं. मनोहरी मूर्ति को जिसने देखा बस मंत्र मुग्ध हो गया।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चांदी का छत्र लेकर राम मंदिर के गर्भगृह में पहुंचे. यहां पर पीएम मोदी के पहुंचने के बाद ही अभीजीत मुहूर्त में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान कार्यक्रम शुरू हुआ. इस अनुष्ठान को महज 84 सेकंड में संपन्न किया गया।
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, आरएसएस प्रमुख मोहनभागवत और साधु संत, मुख्य पुजारी लक्ष्मीकांत दीक्षित प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
23 जनवरी से आम लोगों के खुलेंगे दर्शन
बता दें कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के एक दिन बाद यानी 23जनवरी से रामलला के दर्शन आम लोगों के भी खोल दिए जाएंगे. रामलला की इस अति विशिष्ट मूर्ति को मैसूर के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने तैयार किया है. इस मूर्ति की लंबाई 51 इंच है. इस मूर्ति को गुरुवार को गर्भग्रह में रखा गया था।