राम मंदिर का निमंत्रण ठुकराने पर बीजेपी हमलावर, ‘कांग्रेस को पछताना पड़ेगा’

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केंद्रीय मंत्री पुरी ने कहा कि वो (कांग्रेस नेता) अपनी ही बयानबाजी में फंसे हुए हैं…ऐसे में उनको गंभीरता से क्यों लें।उन्होंने कहा अगर वो राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल नहीं होते तो उनका इस पर पछताना पड़ेगा।

देश के विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने अयोध्या में 22 जनवरी को होने जा रहे राम मंदिर उद्घाटन का निमंत्रण ठुकरा दिया. कांग्रेस के इस फैसले पर बीजेपी ने इसको सबसे बड़ी भूल करारा दिया है.  केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता हरदीप सिंह ने कहा कि अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर उद्घाटन में शामिल न होने के फैसले पर कांग्रेस को भविष्य में पछताना पड़ेगा. उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर अपनी ”बयानबाजी” में फंसने का भी आरोप लगाया. आपको बता दें कि काग्रेंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन को बीजेपी और आरएसएस का प्रोग्राम बताते हुए शामिल होने से इनकार कर दिया है।

कांग्रेस का फैसला बिल्कुल भी चौंकाने वाला नहीं…

केंद्रीय मंत्री पुरी ने कहा कि वो (कांग्रेस नेता) अपनी ही बयानबाजी में फंसे हुए हैं…ऐसे में उनको गंभीरता से क्यों लें. उन्होंने कहा अगर वो राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल नहीं होते तो उनका इस पर पछताना पड़ेगा. बीजेपी नेता नलिन कोहली ने कहा कि कांग्रेस का फैसला बिल्कुल भी चौंकाने वाला नहीं है. क्योंकि वो तो राम के अस्तित्व को ही नकारते हैं. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दशकों में कांग्रेस ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया. उन्होंने न केवल श्रीराम के अस्तित्व पर सवाल उठाए, बल्कि सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई में भी देरी की. ऐसे में अगर काग्रेंस राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने से इनकार करती है तो इसमें अचंभित करने वाली कोई बात नहीं है।

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में शामिल न होना उनका अपना फैसला

बीजेपी राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. बीजेपी नेता ने कहा कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में शामिल न होना उनका अपना फैसला है, लेकिन इसको बीजेपी का कार्यक्रम बताना बिल्कुल बेतुका बयान है और इसकी किसी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है. कांग्रेस के इस बयान की निंदा करते हैं. वहीं, कांग्रेस नेता जयराम रमेश का कहना है कि राम मंदिर को बीजेपी अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल कर रही है।