राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु रविवार (4,अगस्त) को फिजी, न्यूजीलैंड और तिमोर-लेस्ते की तीन दिवसीय यात्रा पर रवाना हुईं। यह किसी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की फिजी और तिमोर-लेस्ते की पहली यात्रा है। इस यात्रा से दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों को और मजबूती मिलेगी।
विदेश मंत्रालय में सचिव जयदीप मंजूमदार ने शुक्रवार को नई दिल्ली में बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 5 से 10 अगस्त तक 3 देशों फिजी, न्यूजीलैंड और तिमोर-लेस्ते की यात्रा पर रहेंगी। भारत के राष्ट्रपति की फिजी और तिमोर-लेस्ते की यह पहली यात्रा होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक्ट ईस्ट नीति के अंतर्गत दक्षिण-पूर्व एशिया और प्रशांत क्षेत्र पर भारत ने विशेष रूप से ध्यान केन्द्रित किया है। ये तीनों देश भारत की एक्ट ईस्ट नीति के तहत आते है। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि भारत और फिजी के बीच राजनयिक संबंधो को 75 वर्ष पूरे हो गये हैं। भारत, फिजी का प्रमुख विकास भागदार रहा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने रविवार को सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट कहा कि एक्ट ईस्ट नीति को आगे बढ़ाते हुए ! राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु फिजी, न्यूजीलैंड और तिमोर-लेस्ते की तीन देशों की यात्रा पर रवाना हुईं। पहले चरण में राष्ट्रपति फिजी की राजकीय यात्रा करेंगी। यह यात्रा दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों को और मजबूती प्रदान करेगी।
बता दें कि राष्ट्रपति मुर्मु यात्रा के पहले चरण में फिजी में रहेंगी । राष्ट्रपति मुर्मु फिजी के राष्ट्रपति कटोनिवेरे और प्रधानमंत्री सितिवनी राबुका के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगी। इसके अलावा राष्ट्रपति फिजी की संसद को संबोधित करेंगी। उनका भारतीय समुदाय के लोगों के साथ बातचीत करने का भी कार्यक्रम है।
यात्रा के दूसरे चरण में राष्ट्रपति मुर्मु 8 और 9 अगस्त को न्यूजीलैंड जाएंगी। इस दौरान, वे गवर्नर जनरल सिंडी किरो के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगी और प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन से मुलाकात करेंगी। राष्ट्रपति, वेलिंगटन में एक अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा सम्मेलन को भी संबोधित करेंगी और ऑकलैंड में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करेंगी। यात्रा के अंतिम चरण में, राष्ट्रपति मुर्मु 10 अगस्त को तिमोर-लेस्ते जाएंगी।