भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 2 और 3 अगस्त को राष्ट्रपति भवन में राज्यपालों के दो दिवसीय सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगी। यह सम्मेलन राष्ट्रपति मुर्मु की अध्यक्षता में होने वाला राज्यपालों का पहला सम्मेलन होगा।
राष्ट्रपति भवन ने मंगलवार को एक आधिकारिक बयान जारी कर यह जानकारी दी। सम्मेलन में सभी राज्यों के राज्यपाल भाग लेंगे। उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, शिक्षा मंत्री, जनजातीय मामले मंत्री, सूचना एवं प्रसारण मंत्री, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री, युवा मामले एवं खेल मंत्री, नीति आयोग के उपाध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी तथा प्रधानमंत्री कार्यालय, कैबिनेट सचिवालय, गृह मंत्रालय एवं अन्य मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी भी भाग लेंगे।
सम्मेलन के एजेंडे में तीन आपराधिक कानूनों का क्रियान्वयन; उच्च शिक्षा में सुधार और विश्वविद्यालयों की मान्यता; जनजातीय क्षेत्रों, आकांक्षी जिलों और ब्लॉकों तथा सीमावर्ती क्षेत्रों जैसे फोकस क्षेत्रों का विकास; ‘मेरा भारत’, ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ और ‘एक पेड़ मां के नाम’ जैसे अभियानों में राज्यपालों की भूमिका, तथा प्राकृतिक खेती; जनता से संपर्क बढ़ाना तथा राज्य में विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय में राज्यपालों की भूमिका शामिल है।
राज्यपाल अलग-अलग समूहों में इन विषयों पर विचार-विमर्श करेंगे। समापन सत्र में, ये समूह राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य प्रतिभागियों के समक्ष प्रस्तुति देंगे।