उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के बाद भगदड़ में 121 लोगों की मौत के मामले में छह सेवादारों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें दो महिलाएं शामिल हैं। 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। मुख्य आयोजक देव प्रकाश मधुकर फरार है। पुलिस ने उसपर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया है।देव प्रकाश मधुकर मनरेगा तकनीकी सहायक है। उपायुक्त मनरेगा ने उसकी एस्टीमेट बनाने की पावर सीज तक दी। साथ ही, उससे ग्राम पंचायतों का प्रभार ले लिया। अब उसपर बर्खास्तगी की तलवार लटकी है। पुलिस अभी सूरजपाल सिंह उर्फ नारायण साकार विश्व हरि (भोले बाबा) को आरोपित नहीं मान रही है। करीब 200 मोबाइल नंबर पुलिस के रडार पर हैं। कुछ नंबरों पर घटना वाले दिन बाबा की बातें हुई थीं। भीड़ रोकने, धकेलने और साक्ष्य छुपाने का प्रयास करने वाले सेवादारों को चिह्नित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गठित एसआइटी ने अब तक 70 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। सभी मरने वालों की पहचान कर ली गई है। उधर, हादसे में मरने वालों के स्वजन से मिलने व घायलों का हाल जानने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी शुक्रवार को अलीगढ़ व हाथरस आएंगे।
गौरतलब है कि फुलरई गांव में गत मंगलवार को करीब डेढ़ सौ बीघा जमीन में सत्संग का आयोजन किया गया था। सत्संग के बाद बाबा का काफिला जाने को हुआ तो उसके दर्शन करने व चरण रज लेने को भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई। इसी मामले में गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में आइजी शलभ माथुर ने बताया कि सेवादार रामलड़ैते यादव, उपेंद्र ¨सह यादव, मेघ¨सह, मुकेश कुमार, मंजू देवी व मंजू यादव को गिरफ्तार किया है।
आयोजन में ये लोग भीड़ और चंदा जुटाने में सहयोग करते हैं। बैरिकेडिंग, भीड़ नियंत्रण, श्रद्धालुओं के लिए पंडाल की व्यवस्थाएं, वाहनों की पार्किंग समेत सभी व्यवस्थाओं को संभालने का जिम्मा सेवादारों का ही रहता है। इस मामले में चौकी प्रभारी ब्रजेश पांडे ने मुकदमा पंजीकृत कराया था। मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर ने आयोजन समिति की ओर से तथ्य छिपाकर कार्यक्रम में 80 हजार की भीड़ की अनुमति मांगी, जबकि मौके पर ढाई लाख लोग पहुंचे।
उधर, भारतीय हिंदू राष्ट्र सेना व भ्रष्टाचार विरोधी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित केशव देव गौतम ने बाबा का गला काट कर चौराहे पर जूते मारने वाले को 11 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। केशव ने गुरुवार को इंटरनेट मीडिया पर इसका संदेश प्रसारित किया।
बाबा के वकील एपी सिंह ने साजिश की आशंका जताते हुए कहा कि पुलिस को घटना की तह में जाना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि जब वह अस्पताल में घायलों से मिले तो एक वृद्धा ने बताया कि घटना वाले दिन कुछ लोग भीड़ बनाकर आए, जो लोगों को गिरा रहे थे। मार रहे थे, कुचल रहे थे, जबकि सत्संग में आने वाला कोई भी व्यक्ति ऐसा नहीं कर सकता है। बाबा कहां हैं, इस सवाल पर उन्होंने कुछ नहीं कहा। हालांकि, दावा किया कि पुलिस जांच में बाबा पूरी तरह सहयोग देंगे।
इलाहाबाद हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बृजेश कुमार श्रीवास्तव (द्वितीय) की अध्यक्षता में गठित न्यायिक जांच आयोग की पहली बैठक गुरुवार को लखनऊ में हुई। इसमें जांच के बिंदुओं पर विमर्श किए जाने के साथ ही कुछ औपचारिकताओं को पूरा किया गया। आयोग के दो दिनों में हाथरस पहुंचकर जांच शुरू करने की उम्मीद है।