जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में बस पर हुए हमले के मामले में आतंकियों की धरपकड़ को सुरक्षा बलों ने सोमवार को घेराबंदी तेज कर दी। इनके घने जंगलों में छिपे होने की आशंका है। इस हमले में नौ लोगों की मौत हो गई थी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और फॉरेंसिक टीमों ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की है।
जांच के लिए कुल 11 टीमें गठित की गई हैं। उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान के तीर्थयात्रियों को लेकर जा रही बस पर रविवार शाम आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया था, जिसके बाद बस गहरी खाई में गिर गई। यह बस शिवखोड़ी मंदिर से कटरा जा रही थी और इसी दौरान पोनी इलाके के तेरयाथ गांव के पास हमला किया गया। रियासी की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मोहिता शर्मा ने बताया कि सेना, पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल समेत सुरक्षा बलों ने राजौरी जिले की सीमा से लगे तेरयाथ-पोनी-शिव खोड़ी इलाके में घेराबंदी कर दी है।
ड्रोन और खोजी कुत्तों समेत निगरानी उपकरणों से लैस सुरक्षा बलों ने आसपास के इलाकों में व्यापक खोज अभियान शुरू किया है। आतंकियों के राजौरी और रियासी के ऊपरी इलाकों में छिपे होने की आशंका है। उधर, हमले के खिलाफ कांग्रेस सहित कई संगठनों ने सोमवार को जम्मू क्षेत्र में प्रदर्शन किया। क्षेत्र के किश्तवाड़ और रांसो इलाकों में भी बंद रहा।