ट्रेनों में अब टीटीई की मनमानी नहीं चलेगी। अब उनके ऊपर भी निगरानी रखी जाएगी। यात्री बेवजह परेशान होने से भी बचेंगे। कोई टीटीई यदि निजी स्वार्थ के कारण किसी यात्री को जानबूझकर परेशान करते हैं, तो वे तुरंत पकड़े जाएंगे।इस तरह की घटना व शिकायतों पर नियंत्रण करने के लिए भागलपुर सहित मालदा मंडल के सभी जगहों पर ऑपरेशन ब्लैक बॉक्स की शुरुआत करने जा रही है। एयरपोर्ट की तर्ज पर रेलवे में ऑपरेशन ब्लैक बॉक्स के जरिए टीटीई को अपनी ड्यूटी, टिकट जांच व जुर्माना वसूली आदि का पूरा ब्योरा पोर्टल पर अपलोड करना है। उन्हें अपनी तस्वीर भी पोस्ट करनी है। इसके जरिए कम से कम दो दिन का ब्योरा अपलोड करना अनिवार्य होगा।
रेलवे के अधिकारियों के अनुसार एयरपोर्ट की तर्ज पर ऑपरेशन ब्लैक बॉक्स चलाया जाएगा। इसे लेकर एक विशेष क्यूआर कोड तैयार कराया गया है, जिसे मालदा रेल मंडल के अधीन सभी छोटे-बड़े स्टेशनों पर लगाया जाना है।
सीटीआई ने बताया कि क्यूआर कोड से रेलवे के अधिकारी के साथ आम यात्री भी टिकट चेकिंग की जानकारी ले सकते हैं। क्यूआर कोड स्कैन करने पर पता चलेगा कि कौन टीटीई कहां, कितने यात्रियों को टिकट निर्गत किया। साथ ही किस स्टेशन पर टिकट जांच अभियान चलाया जा रहा है, उसकी भी जानकारी मिलेगी।
टीटीई टिकट जांच में फर्जीवाड़ा नहीं कर सकेंगे। टीटीई बड़े स्टेशनों पर टिकट चेकिंग तो करते हैं, लेकिन छोटे-छोटे स्टेशनों पर टिकट चेकिंग नहीं हो पाती, जिसका फायदा बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्री उठाते हैं। इससे रेलवे को राजस्व का नुकसान होता है। अब ऑपरेशन ब्लैक बॉक्स से टीटीई को अपनी भौतिक स्थिति की जानकारी अपलोड करनी होगी, जिसकी निगरानी मुख्यालय से की जाएगी।