भागलपुर : दो जून को कई ट्रेनें बाधित रहेंगी तो कई रद्द भी रहेंगी। सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक पटना जाने के लिए कोई ट्रेन नहीं मिलेगी।दरअसल, मालदा मंडल प्रशासन ने जमालपुर-किऊल रेलखंड के धरहरा और मसूदन स्टेशनों के बीच समपार फाटक संख्या 20 को बंद करने और यहां सबवे (एलएचएस) निमार्ण कार्य करने का निर्णय लिया है।
प्रशासन ने आगामी दो जून (रविवार) को करीब छह घंटे का मेगा ब्लॉक लेने का निर्णय लिया है। इस बीच जमालपुर-किऊल रेलखंड पर सुबह आठ से दोपहर 2 बजे तक ट्रैफिक और पावर ब्लॉक लिया जाएगा। वहीं कई ट्रेनों का परिचालन रद्द करने, रीशिड्यूलिंग और शॉर्ट टर्मिनेटेड व नियंत्रित करने का भी निर्देश जारी किया है। यह जानकारी पूर्व रेलवे कोलकाता के सीपीआरओ कौशिक मित्रा ने गुरुवार को दी है।
उन्होंने बताया कि यात्रियों और वाहनों के लिए सुरक्षित मार्ग प्रदान करने के साथ लेवल क्रॉसिंग से जुड़े जोखिम को भी कम करने की कोशिश है। समपार फाटक 20 को बंद किया जा रहा है। एक जून को भी ट्रेनें प्रभावित रहेंगी।
रेलवे मेगा ब्लॉक का मतलब है कि रेलवे ट्रैक पर बड़े पैमाने पर मरम्मत, रखरखाव, या निर्माण कार्य के लिए एक विशेष समय अवधि के लिए रेल यातायात को रोक दिया जाता है। यह मेगा ब्लॉक आमतौर पर रेलवे ट्रैक की मरम्मत, सिग्नल सिस्टम को अपडेट करने, इलेक्ट्रिफिकेशन कार्य, और अन्य आवश्यक रखरखाव कार्यों के लिए किया जाता है।
मेगा ब्लॉक के दौरान:
- ट्रेन सेवाओं को रद्द किया जाता है या उनके रूट में बदलाव किया जाता है: प्रभावित क्षेत्रों में यात्री ट्रेनों की सेवाओं को अस्थायी रूप से रद्द या पुनर्निर्धारित किया जाता है।
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यात्रियों को पूर्व सूचना दी जाती है: रेलवे प्रशासन यात्रियों को मेगा ब्लॉक की सूचना पहले से ही दे देता है ताकि वे अपनी यात्रा की योजना में आवश्यक बदलाव कर सकें।
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वैकल्पिक परिवहन व्यवस्था: कभी-कभी, यात्रियों की सुविधा के लिए वैकल्पिक परिवहन साधनों की व्यवस्था की जाती है।
मेगा ब्लॉक का समय आमतौर पर सप्ताहांत या छुट्टियों के दौरान रखा जाता है ताकि यात्रियों को कम से कम असुविधा हो। इसका उद्देश्य रेलवे नेटवर्क को सुरक्षित और सुचारु रूप से चलाना होता है।