रांची टेस्ट जीतने के बाद अपने बयान में भले ही हिटमैन ने अपने इस बयान में किसी का भी नाम ना लिया हो, लेकिन समझने वालों को अच्छी तरह पता है कि वह कहीं ना कहीं ईशान किशन और हार्दिक पांड्या जैसे प्लेयर्स को ही टारगेट कर रहे हैं।
इंग्लैंड के साथ खेले गए रांची टेस्ट मैच को टीम इंडिया ने जीतकर 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है. विराट कोहली, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह कई अनुभवी खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में रोहित शर्मा ने युवा ब्रिगेड के साथ जीत दर्ज करके कमाल कर दिखाया है. इस शानदार जीत के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टेस्ट में दिलचस्पी ना दिखाने वाले ईशान किशन और हार्दिक पांड्या जैसे प्लेयर्स पर प्रहार किया. आइए आपको बताते हैं कैप्टन ने क्या कहा…
क्या बोले Rohit Sharma ?
पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन के दौरान रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट को लेकर कहा, “देखिए, टेस्ट सबसे मुश्किल फॉर्मेट है. जिन प्लेयर्स को टेस्ट क्रिकेट की भूख नहीं है, वह देखकर ही मालूम चल जाता है. उन खिलाड़ियों को खिलाने का क्या फायदा? ये बहुत ज्यादा मेहनत करने वालों का फॉर्मेट है.” भले ही हिटमैन ने अपने इस बयान में किसी का भी नाम ना लिया हो, लेकिन समझने वालों को अच्छी तरह पता है कि वह कहीं ना कहीं ईशान किशन और हार्दिक पांड्या जैसे प्लेयर्स को ही टारगेट कर रहे हैं. चूंकि, ईशान और हार्दिक फिट हैं, लेकिन उन्होंने रणजी ट्रॉफी में हिस्सा नहीं लिया।
Ishan Kishan ने नहीं लिया रणजी में हिस्सा
ईशान किशन ने साउथ अफ्रीका दौरे में टी-20 सीरीज खेलने के बाद मानसिक थकान का हवाला देकर ब्रेक पर चले गए थे. इसके बाद उन्होंने खुद को चयन के लिए उपलब्ध ही नहीं कराया. फिर बीसीसीआई की तरफ से खुद सचिव जय शाह ने चेतावनी दी थी और लेटर लिखकर भी खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए कहा था. मगर, इसके बावजूद इन खिलाड़ियों ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया और रणजी में हिस्सा नहीं लिया. भारतीय हेड कोच राहुल द्रविड़ भी क्लीयर कर चुके हैं कि ईशान किशन ने खुद को चयन के लिए उपलब्ध ही नहीं कराया. बताते चलें, ईशान IPL 2024 की तैयारी में जुटे हुए हैं और वह डीवाई पाटिल टी-20 टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले हैं।