रौनक हत्याकांड में दो संदिग्ध दिखे हैं। बुधवार की रात घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी में दोनों की गतिविधि देख रौनक हत्याकांड में उनके शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने भी उस फुटेज को कलेक्ट किया है और उन दोनों की पहचान करने में लगी है। फुटेज में दोनों संदिग्ध एक साथ एक जगह मिलते हैं। फिर दोनों अलग हो जाते हैं। उसके बाद एक रौनक को धक्का देते हुए आगे बढ़ जाता है और दूसरा शनि मंदिर गली में रौनक के पीछे चला जाता है। 40 सेकेंड बाद वह शख्स दौड़ते हुए उस गली से बाहर निकलता है।
फुटेज में दिख रहा है कि बाइक सवार संदिग्ध शनि मंदिर गली से थोड़ा पहले आकर रुकता है। वह पर्पल कलर का रेनकोट पहना है और हेलमेट भी लगा रखा है। पीला टी-शर्ट वाला उसी जगह पर जाकर उससे मिलता है। दोनों में बात होती है। फिर पीला टी-शर्ट पहने शख्स रौनक की दुकान की तरफ कोतवाली चौक की ओर बढ़ता है। उसी समय रौनक अपनी दुकान से छाता लगाए हुए निकलता है। पीला टी शर्ट वाला शख्स रौनक की तरफ सामने से बढ़ता है और उसे हल्का धक्का मारते हुए कोतवाली चौक की तरफ आगे बढ़ जाता है। उधर बाइक सवार हेलमेट पहना संदिग्ध अपनी बाइक लेकर जल्दी से कुंजलाल लेन में आकर वहां बाइक खड़ी करता है और रौनक के शनि मंदिर में घुसते ही वह पीछे से चला जाता है। 40 सेकेंड के बाद हेलमेट और रेनकोट पहना शख्स शनि मंदिर गली से दौड़ते हुए बाहर निकलता है और कुंजलाल गली में खड़ी बाइक लेकर भाग निकलता है। वहां से निकलने के बाद वह मस्जिद गली या दही टोला गली होकर निकल भागता है।
रिश्तेदारों का पुलिस ने नंबर लिया, रिश्तेदार पहुंचे, मां ने खाना छोड़ा
शुक्रवार को रौनक केडिया के पिता बलराम केडिया से मिलने कई लोग पहुंचे। रौनक के परिजनों ने बताया कि उसकी मां खाना नहीं खा रही है, बार-बार बेटे का नाम लेकर रो रही है। शुक्रवार की सुबह पुलिस पहुंची। पुलिस ने रौनक के परिवार के सभी सदस्यों और रिश्तेदार का मोबाइल नंबर कलेक्ट किया। बिहार राज्य बाल श्रमिक आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर चक्रपाणि हिमांशु, प्रवीण झा, गौतम सहित अन्य लोग भी परिवार को सांत्वना देने पहुंचे। मृतक के परिजनों ने बताया कि घटना के उद्भेदन को लेकर पुलिस ने कुछ भी नहीं बताया। पुलिस के बाद बलराम के कई रिश्तेदार उनसे मिलने पहुंचे।
रौनक के पिता की मदद करने वाले चार लोग कौन पुलिस कर रही खोज
रौनक को गोली लगने के बाद जब उसके पिता बलराम केडिया बेटे के पास पहुंचे तो वहां कोई मददगार नहीं था। वे मदद के लिए चिल्ला रहे थे। उसी समय शनि मंदिर की तरफ से चार लड़के मुख्य सड़क की तरफ आ रहे थे। उन लड़कों ने बलराम की मदद की। उनमें एक की पहचान हुई। पुलिस उसके घर पहुंची तो पता चला वह देवघर चला गया है। उन चारों की पुलिस खोज कर रही है। वहीं पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलिंग के बिंदु पर भी जांच शुरू की है। डीआईजी विवेकानंद ने एसएसपी आनंद कुमार से बात कर हत्याकांड में अभी तक हुई जांच और अनुसंधान को लेकर जानकारी ली है।
रंगदारी वसूलने वाले कई शहर छोड़कर भागे
रौनक हत्याकांड के बाद पुलिस की गिरफ्त में आने के डर से कई कुख्यात अपराधी शहर छोड़कर भाग निकले हैं। रंगदारी वसूलने और नशीले पदार्थ की अवैध तस्करी करने वाले कुख्यात अपराधी भाग निकले हैं। उनके परिजनों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है और उनतक पहुंचने की कोशिश में है। पुलिस की आधा दर्जन टीम लगातार कांड के उद्भेदन के लिए लगी है। पहले रंगदारी और नशीले पदार्थ की तस्करी में जेल भेजे गए अपराधियों की पुलिस तलाश कर रही है।
एमपी द्विवेदी रोड से पुलिस ने चार को उठाया
रौनक हत्याकांड में पुलिस ने कई संदिग्धों को पूछताछ के लिए उठाया है। उनमें कई कुख्यात अपराधियों के करीबी भी हैं। गुरुवार को पुलिस ने चार लोगों को उठाया था जबकि शुक्रवार को भी एमपी द्विवेदी रोड और आस-पास के रहने वाले चार लोगों को पूछताछ के लिए उठाया गया है। उन सभी से एसआईटी पूछताछ कर रही है। रौनक के पिता बलराम केडिया का जिन लोगों के साथ जमीन की खरीद बिक्री का संबंध रहा है उन लोगों से भी पूछताछ हो सकती है।