लालू प्रसाद हुए ट्रोल तो बेटी रोहिणी आचार्य ने संभाला मोर्चा, कहा कुछ ऐसा कि विरोधियों को लगेगी मिर्च

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एशिया के सबसे अमीर उद्योगपतियों में शुमार मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट अब एक-दूजे के हो गये हैं और शादी के बंधन में बंध गये हैं। शुक्रवार को ही दोनों शादी के बंधन में बंध गये। अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की इस शादी में देश के कई सियासी दिग्गजों का जुटान हुआ, जिसे लेकर अब सियासत तेज हो गयी है।

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद और उनका परिवार भी इस शादी का गवाह बना, जिसे लेकर अब NDA की तरफ से ताबड़तोड़ हमले हो रहे हैं। इस शादी में शामिल होने को लेकर सबसे ज्यादा ट्रोल लालू परिवार और अखिलेश यादव हो रहे हैं क्योंकि चुनाव के समय यह दोनों पार्टियां कांग्रेस से सुर मिलाते हुए उद्योगपति मुकेश अंबानी को बीजेपी का सहयोगी बताती रही हैं।

बेटी रोहिणी आचार्य ने संभाला मोर्चा

लेकिन अब ट्रोलर्स को करारा जवाब देने के लिए लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य ने मोर्चा संभाल लिया है और तीखा पलटवार किया है। रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया अकाउंट X पर लिखा है कि अंबानी परिवार के मांगलिक आयोजन में लालू परिवार के सम्मिलित होने पर भाजपाइयों को बड़ा ऐतराज था और पेट में पड़ रहे मरोड़ों का आलम तो कुछ ऐसा था कि बिहार भाजपा ने अपने X (ट्विटर) हैंडल पर ये पोस्ट किया कि ‘जिस अंबानी परिवार का राजद ने विरोध किया, उसके यहां पूरी (पूड़ी) खाने पहुंच गया लालू परिवार।

हताशा की पराकाष्ठा में ये भूल गए बेचैन आत्मा भाजपाई कि आम चुनाव के दौरान इनके आका ने भी अंबानी को चोरी के माल वाला कारोबारी बताते हुए कांग्रेस-अंबानी के बीच डील होने का आरोप लगाया था। भाजपाइयों से ये पूछा जाना चाहिए कि कल किस मुंह से इनके आका अंबानी परिवार के यहां आयोजित वर-वधू स्वागत समारोह (रिसेप्शन) में शिरकत करने गए? कहीं ऐसा तो नहीं कि लालू परिवार द्वारा छोड़ी गई जूठी थालियों को साफ करने गए थे इनके आका?

वहीं, जेडीयू ने भी इस मुद्दे पर लालू परिवार को घेरा है। जेडीयू नेता राजीव रंजन ने कहा है कि अंबानी के यहां के जाने के लिए तेजस्वी जी निमंत्रण मिलने का बहाना बना रहे हैं। उन्हें और उनके सहयोगियों को बताना चाहिए कि निमंत्रण तो उन लोगों को अयोध्या में हुए प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा का भी आया था, फिर वह वहां क्यों नहीं गये थे? हर कोई जानता है कि प्रभु श्री राम देश के करोड़ों लोगों के आराध्य हैं, दूसरी तरफ इंडी के नेता अंबानी को भ्रष्ट, मोदी जी का मित्र और न जाने क्या क्या उपमाएं देते हैं। ऐसे में तेजस्वी को बताना चाहिए कि प्रभु श्री राम से अधिक अंबानी की दावत का महत्व कैसे अधिक है जो वहां दौड़े चले गए?