बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर जारी गहमागहमी के बीच कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के पटना पहुंचते ही कांग्रेस के दो नेताओं ने पार्टी के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देते हुए दोनों नेताओं ने कांग्रेस पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं।
दरअसल, लोकसभा चुनाव के तीन चरण की वोटिंग संपन्न होने के बाद 13 मई को चौथे चरण का मतदान होना है। बिहार की बाकी सीटों पर होने वाले चुनाव में एनडीए के खिलाफ रणनीति तय करने के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पटना में सहयोगी दलों के नेताओं के साथ बैठक की और बीजेपी को धूल चटाने की रणनीति तय की। हालांकि खरगे के पटना पहुंचते ही कांग्रेस के दो नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
बिहार प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता विनोद शर्मा और अरविंद ठाकुर ने कांग्रेस के सभी पदों के साथ-साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है। दोनों नेताओं ने अपना इस्तीफा राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेज दिया है। विनोद शर्मा ने कहा कि राष्ट्रहित और राज्यहित में दुखी मन से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बिहार में जंगलराज-2 की शुरुआत के लिए आरजेडी के सामने घुटने टेक दिए हैं।
उन्होंने कहा कि भारत तेरे टुकड़े होंगे का नारा लगाने वाले को दिल्ली में लोकसभा का उम्मीदवार बनाया गया है। कांग्रेस पूरे देश में खोटे सिक्के और धन कुबेरों को आगे बढ़ाना चाहती है। यही वजह है कि कांग्रेस पूरी तरह से समाप्त हो रही है। वहीं, कांग्रेस नेता अरविंद कुमार ठाकुर ने भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी राम मंदिर, जनसंख्या असंतुलन, सम्पत्ति बंटवारा आदि पर जन भावनाओं के प्रतिकूल सोच एवं समर्पित कार्यकर्ताओं की उपेक्षा के चलते पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।