लोकसभा चुनाव से पहले कितना अहम है BJP का राष्ट्रीय अधिवेशन, इन 3 बातों पर रहेगी नजर

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लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भारतीय जनता पार्टी के लिए खास है राष्ट्रीय अधिवेशन, जानें किन बातों पर रहेगा फोकस।

दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी का तमगा हासिल कर चुकी भारतीय जानता पार्टी लगतार अपने मिशन पर आगे बढ़ रही है. न सिर्फ आगे बढ़ रही है बल्कि कई रिकॉर्ड भी अपने नाम कर रही है. फिर चाहे वह धारा 370 हटाना हो या फिर राम मंदिर निर्माण का ऐतिहासिक काम. जनता के बीच इस दल की पकड़ मजबूत होती जा रही है. यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक बार फिर बीजेपी तीसरे कार्यकाल को लेकर अपना दावा भी पेश कर रही है. 17 फरवरी से बीजेपी का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन शुरू हो गया है. खास बात यह है कि इस दो दिवसीय अधिवेशन को उस वक्त किया जा रहा है जब जल्द ही आगामी लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान हो सकता है. लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के इस राष्ट्रीय अधिवेशन को काफी महत्वपूर्ण भी माना जा रहा है. आइए जानते हैं कि बीजेपी के लिए इस अधिवेशन के जरिए लोकसभा फतह करने की चाबी कैसे निकलेगी, किन तीन बिंदुओं पर अधिवेशन में फोकस किया जा सकता है।

लोकसभा से पहले क्यों अहम बीजेपी का अधिवेशन?
आगामी लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के राष्ट्रीय अधिवेशन पर हर किसी की नजरें टिकी हुई हैं. क्योंकि इसी अधिवेशन में आगे की दशा और दिशा को तय किया जाएगा. पीएम मोदी कार्यकर्ताओं में एक बार फिर जान फूंकेंगे और अपने मिशन पर आगे बढ़ने के मंत्र भी देंगे. हालांकि बीती दो परिषद बैठकों में भी पीएम मोदी पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं को टारगेट के साथ-साथ डायरेक्शन भी दे चुके हैं।

पार्टी उस दिशा में आगे बढ़ती भी दिख रही है. फिर इस अधिवेशन के जरिए आगे की रूपरेखा को अंतिम धार देने का काम किया जा सकता है. आइए जानते हैं किन बिंदुओं पर हो सकता है फोकस।

 मिशन मोदी की गारंटी 
बीजेपी के अधिवेशन में पार्टी मिशन मोदी की गारंटी अभियान को आगे बढ़ाने का काम कर सकती है. इस गारंटी के तहत पार्टी घर-घर अभियान से लेकर जनता से जुड़ाव तक के कामों पर फोकस करेगी. पहले भी चुनावों के बीच बीजेपी के दिग्गज नेताओं को इस तरह की कमान सौंपी गई थी कि वह लोगों से सीधा जुड़ाव करें. पीएम मोदी अपने संबोधन में मोदी की गारंटी की बात कर चुके हैं.

इन बातों को लेकर उन्होंने गारंटी दी है उस पर नेता और कार्यकर्ताओं को यह जिम्मेदारी दी जा सकती है कि जनता के बीच इन गारंटी के पूरा होने और आगे भी होने का भरोसा कायम कर सकें।

अबकी बार 400 पार पर फोकस
बीजेपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में सबसे बड़ा मंथन लोकसभा चुनाव में 400 पार के आंकड़े पर होगा. क्योंकि राष्ट्रपति के अभिभाषण के जवाब में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यह कह चुके हैं कि इस बार एनडीए 400 पार का आंकड़ा छुएगी. यही नहीं उन्होंने बीजेपी के 370 सीट जीतने का भी दावा किया है।

लिहाजा पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को इस टारगेट के तहत किस तरह आगे काम करना है इसको लेकर एजेंडा सेट हो सकता है।

राम  मंदिर और योजनाओं को लेकर जनसंपर्क अभियान
इस अधिवेशन में भारतीय जनता पार्टी राम मंदिर को लेकर प्रस्ताव भी ला सकती है. दरअसल जनवरी के महीने में बीजेपी ने राम मंदिर के औपचारिक उद्घाटन के साथ ही देश को ऐतिहासिक पल का गवाह बनाया था. एक वक्त पर इस पल की कल्पना भी मुश्किल थी. लिहाजा पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के जरिए इसे जनता के पास ज्यादा से प्रचार के साथ लाएगी।

इसके साथ ही सरकार की ओर से शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जनता तक जनसंपर्क अभियानों के जरिए बात पहुंचाना और इसे वोट में कनवर्ट करने की कोशिश करना प्रमुख रूप से बीजेपी के एजेंडे का हिस्सा हो सकता है।