सत्तारूढ़ भाजपा नीत राजग और विपक्ष के बीच आम सहमति नहीं बन पाने के बाद पहली बार लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होगा। यह देश के इतिहास में पहली बार होगा कि लोकसभा स्पीकर के लिए चुनाव होगा इस पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि “ये किसी पक्ष का चुनाव नहीं होता, स्पीकर का पद पूरे सदन के लिए होता है।
“फिलहाल जीत सुनिश्चित है, उसमें कहीं कोई शंका की बात नहीं”
दरअसल, अठारहवीं लोकसभा के अध्यक्ष पद के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ओम बिरला और कांग्रेस के के. सुरेश ने नामांकन पत्र दाखिल किया है। चिराग पासवान ने कहा, “आजादी के बाद से मुझे नहीं याद कि इस तरीके से पद को लेकर चुनाव हो। जिस तरीके से विपक्ष की इस बार भूमिका रही है और शर्तों के साथ जिस तरीके से विपक्ष सामने आया है कि डिप्टी स्पीकर का पद पर सहमति करें। हम सब उस पर चर्चा के लिए तैयार थे पर उसके बावजूद उस पर अड़ना मुझे नहीं लगता कि ये उचित है। फिलहाल जीत सुनिश्चित है, उसमें कहीं कोई शंका की बात नहीं है।”
उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रक्षा मंत्री एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह को लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव के लिए विपक्षी दलों के नेताओं के साथ बातचीत करने के लिए अधिकृत किया था। उन्होंने इस मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन से बातचीत की थी, लेकिन वार्ता असफल रही और अब कांग्रेस ने लोस अध्यक्ष पद पर उम्मीदवार उतार दिया है।