प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 जनवरी को महाराष्ट्र दौरे पर जाएंगे। यहां पीएम मोदी 30,500 करोड़ रुपये के विकास की कई परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। साथ ही में मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक रोड को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। MTHL को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा गया है। देश का यह सबसे बड़ा सी ब्रिज अटल सेतु के नाम से जाना जाएगा। अटल सेतु मुंबई और नवी मुंबई को जोड़ने वाला देश का सबसे बड़ा ब्रिज है।
अटल सेतु से कनेक्टिविटी होगी बेहतर
अटल सेतु की लंबाई 21.8 किलोमीटर है। इस सेतु पर कुल 6 लेन है। अटल सेतु के निर्माण में करीब 17,840 करोड़ रुपये खर्च हुए। अहम बात यह है कि वर्ष 2016 में खुद प्रधानमंत्री ने इस प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी थी और आज 7 साल बाद अटल सेतु बनकर पूरी तरह से तैयार है। इस प्रोजेक्ट का बनना एक बार फिर यह साबित करता है कि मोदी जिस काम की आधारशिला रखते हैं, उस प्रोजेक्ट का उद्घाटन भी वही करते हैं। मुंबई के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में अटल सेतु मिल का पत्थर साबित होगा। इसी ब्रिज की वजह से मुंबई और नवी मुंबई की कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी।
दक्षिण भारत जाने में समय की होगी बचत
अटल सेतु की वजह से न सिर्फ ईंधन की बचत होगी, बल्कि ट्रैफिक में बर्बाद होने वाले वक्त की भी बचत होगी। इतना ही नहीं, बल्कि मुंबई से पुणे, गोवा और दक्षिण भारत जाने के लिए लगने वाले समय की भी बचत होगी। इस सेतु की वजह से मुंबई पोर्ट और जवाहरलाल नेहरू पोर्ट के बीच कनेक्टिविटी भी बेहतर हो जाएगी। अटल सेतु को राष्ट्र को समर्पित करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी इसी ब्रिज पर सफर कर मुंबई से नवी मुंबई पहुंचेंगे।